केंद्र सरकार द्वारा कृषि अध्यादेश बिल पारित होने के बाद से किसानों में रोष बढ़ता जा रहा हैं। तस्वीरें पानीपत की हैं, जहां भारतीय किसान यूनियन ने नए कृषि बिल के विरोध में ट्रैक्टरों पर काले झंडे बांध शहर में प्रदर्शन किया और उपायुक्त के माध्यम से प्रधानमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। किसानों ने चेतावनी दी कि यदि इस बिल में एम एसपी को शामिल नहीं किया गया तो 1 जनवरी से सभी किसान सरकार को कर्ज व् बिजली के बिल देना बंद कर देंगे।
वीओ -किसान बिंटू मलिक ने कहा कि सरकार एमएसपी को लिखित में दे और यदि कोई फसल को एमएसपी पर नहीं खरीदता हैं तो सजा का प्रावधान होना चाहिए। उन्होंने कहा कि किसानों को हर तरह की परेशानी आ रही है सही तरीके से भाव नहीं मिल रहा हैं। उन्होंने कहा की अगर सरकार ने किसानों का सहयोग नहीं किया तो 1 जनवरी से किसान बिजली के बिल देना बंद कर देगा।
तीन कृषि कानूनों के खिलाफ किसान संगठनों का धरना-प्रदर्शन आज 17वें दिन भी जारी रहा। बरनाला रोड स्थित शहीद भगत सिंह स्टेडियम में किसानों ने केन्द्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। आज किसानों ने बरनाला रोड पर रोष मार्च निकाला और प्रदर्शन करते हुए लघु सचिवालय में पहुंचे। यहां उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चैटाला व कैबिनेट मंत्री चै. रणजीत सिंह चैटाला के इस्तीफे की मांग को लेकर एसडीएम जयवीर यादव को ज्ञापन सौंपा।
कुल मिलाकर किसान कृषि कानूनों को मानने के लिए तैयार ही नहीं है। जबकि सरकार भी अपने रवैये पर अड़ियल रूख तैयार किए हुए है।