मेरा फसल मेरा ब्यौरा नाम का सरकारी वेब पोर्टल वैसे तो किसानों की मदद के लिए बनाया गया था लेकिन अब यही वेब पोर्टल एक किसान के लिए सिरदर्द बन गया। मामला टोहाना के ठरवा गांव से सामने आया है। जहां किसान महेंद्र सिंह ने ‘मेरा फसल- मेरा ब्योरा’ के तहत पोर्टल पर 26 एकड़ भूमि का रजिस्ट्रेशन करवाया था। लेकिन अब पोर्टल पर केवल उसकी फसल का 1 एकड़ के करीब का ही ब्यौरा दिखा रहा है। जिसे लेकर किसान बेहद परेशान है, वो फसल को अपने घर पर रखने को मजबूर है और उसे अपनी फसल के कुछ हिस्से को पंजाब में ओने पौने दामों पर बेचने को मजबूर होना पड़ा।
समस्या के बारे में मार्केट कमेटी सचिव सतीश सिंह से बात की गई तो उन्होंने कहा कि यह मामला उनके संज्ञान में आया है और वे इसके बारे में विभाग को पत्र भी लिख चुके हैं।
‘मेरा फसल, मेरा ब्योरा’ नाम के इस सरकारी पोर्टल को लेकर सरकार ने प्रचार चलाया था कि अगर किसान इस पोर्टल पर अपनी फसल का रजिस्ट्रेशन करवाएगा तो उसकी फसल को मंडी में बेचने पर किसी तरह की परेशानी आड़े नहीं आएगी। लेकिन अब इस पोर्टल की जटिलताएं ही किसानों के लिए परेशानी का सबब बन गया है।