केंद्र सरकार द्वारा शुरू गई सोयल हेल्थ जांच योजना किसानों के लिए बहुत लाभकारी साबित हो रही हैं। इससे पूर्व वे जमनी पर खाद एंव किटनाशकों का अंधाधुध प्रयोग करते रहते थे। जिसके चलते जमीन की गुणवता भी प्रभावित होती थी और फसल में भी हानी होती थी। लेकिन केंद्र सरकार की इस योजना से किसानों को बहुत लाभ मिला हैं। जिला जीदं भूमि परिक्षण अधिकारी संतराम मलिक ने जानकारी देते हुए बताया कि सोयल हेल्थ से किसानों को उनकी जमीन के लिए उचित पोष्क तत्व की जानकारी दी मिल जाती है। उन्होने बताया कि जिला में चार लाख 36 हजार सोयल हैल्थ कार्ड बनाए जा चुके हैं।
किसान मिटटी की जांच का सैंपल लाते समय इस बात का विशेष ध्यान रखे कि उपर की 15 सैंटीमीटर की परत को उतार कर ले आएं और एक एकड़ में मेढ़ के पास से चारों और से चार और खेत मध्य से एक सैंपल लें।
पानी का सैंपल लेते समय टयूबैल को करीब एक घंटा चलाकर साफ बोतल में सैंपल लेकर आते हैं। भूमि जांच अधिकारी ने बताया कि यें सभी जाच विभाग द्वारा निशुल्क कि जाती है जिससे किसान को समय के साथ-साथ आर्थिक लाभ भी मिलता हैं।