नूह मेवात में धरने पर बैठी इन आशा वर्कर को डेढ़ महीने से भी ज्यादा का वक्त हो चला है। लेकिन अब तक सरकार और प्रशासन की ओर से कोई जवाब नहीं मिला है। धरने पर बैठी इन आशा वर्कर के सब्र का बांध टूटने लगा है। इन सबने अब 29 सितंबर को मुख्यमंत्री मनोहर लाल के आवास का घेराव करने की चेतावनी दी है। आशा वर्कर का कहना है कि यदि सरकार 29 सिंतबर से पहले इनकी मांगों को पूरा नहीं किया तो ये सब मुख्यमंत्री के आवास का घेराव करेंगी।
स्वास्थ्य विभाग के कंधे से कंधा मिलाकर काम कर रही आशा वर्कर राज्य सरकार से परेशान हैं। मांगो के पूरी नहीं होने से नाराज आशा गत 7 अगस्त से लगातार सामान्य अस्पताल मांडीखेड़ा प्रांगण में धरना दे रही हैं। आशा वर्कर इत्यादि कर्मचारियों ने दो टूक कहा कि जब तक सरकार उनकी न्यूनतम वेतन सहित अन्य मांगों पर विचार नहीं करती तब तक धरना प्रदर्शन जारी रहेगा।
आशा वर्कर ने अपने तेवर जाहिर कर दिए हैं , जिससे सरकार को कोई ना कोई रास्ता निकालना चाहिए। वर्ना अगर आशा वर्कर की हड़ताल व धरना – प्रदर्शन लंबा खींचा तो स्वास्थ्य सेवाओं पर इसका असर पड़ने से इनकार नहीं किया जा सकता।