कोरोना कॉल में 6 महीने से बंद स्कूलों को खोले जाने की कवायद शुरु हो गई है,,,,,,,दरअसल स्कूल अनलॉक 1.0 के तहत 9वीं कक्षा से 12वीं कक्षा तक के बच्चों के लिए स्कूल खोले गए है,,,,,,,,लेकिन कक्षाएं नहीं लगी,,,,,,इस दौरान केवल वहीं बच्चे स्कूल आए जिन्होंने से अध्यापकों से अपने किसी विषय के बारे में परामर्श लेना था,,,,,, बतादें कि स्कूल आने वाले बच्चों ने अभिभावकों का हस्ताक्षर किया अनुमति पत्र भी लिया,,,,,,,इसके साथ ही सरकार द्वारा तय नियमों की पालना भी करते नजर आए,,,,,दरअसल स्कूल केंपस में आने से पहले बच्चो ने मुंह पर मास्क पहना साथ ही स्कूल में बच्चों का तापमान और आक्सीजन लेवल चेक करके स्कूल केंपस में आने की अनुमति दी गई,,,,,,,बतादें कि कक्षाओं में 5 से 10 बच्चे ही बैठे दिखे ,,,,,, लेकिन फतेहाबाद में अधिकांश स्कूलों तो लॉक ही रहे,,,,,,,, वहीं स्कूल आने वाले बच्चों से बातचीत की गई तो स्कूल खुलने से जहां उनके चेहरों पर खुशी देखी गई,,,,,, तो वहीं मायूसी भी थी,,,,,उनका कहना था कि स्कूल संचालक उन्हें पूरी फीस की अदायगी करने के बारे में कह रहे हैं,,,,,,,,साथ ही दूर ग्रामीण इलाकों से आने वाले बच्चों को ट्रांसपोर्टेशन ना मिल पाने के कारण बच्चे काफी परेशान भी थे,,,,,
एक तरफ जहां स्कूल आने वाले बच्चों ने सुरक्षा के तमाम नियमों का पालन किया,,,,,, वहीं गुरुजन सरकार के नियमों की अवेहलना करते नजर आए,,,,,, नियमों के मुताबिक स्कूल जाने से पहले अध्यापकों का कोविड टेस्ट करवाया जाना जरूरी था,,,,,,,, लेकिन 90 से अधिक निजी स्कूलों के अध्यापकों ने टेस्ट तो करवाया ही नहीं है,,,,,,,,स्कूल संचालकों का कहना है कि सरकार ने अब नियम बना दिया कि अगर कोई अपनी मर्जी से कोविड टेस्ट करवाता है तो उनसे एक निश्चित फीस ली जाएगी,,,,,,,,,, जिस कारण कोई भी अध्यापक सहमत नहीं है,,,,,,,उनका कहना है कि अगर सरकार यास्वास्थ्य विभाग उनके टेस्ट करता है,,,,,,,, तो उन्हें कोई आपति नहीं है स्टॉफ टेस्ट करवाने के लिए तैयार है,,,,,,,,,,,,
हरियाणा सरकार की गाइडलाइन के बाद अब स्कूल तो खोले गए लेकिन पहले दिन स्कूल में बच्चे बड़ी कम संख्या में पहुंचे तो वही आने वाले समय में छात्रों की संख्या बढ़ने की भी उम्मीद जताई जा रही हैं,,,