तीन अध्यादेशों के विरोध में पुरे प्रदेश में किसानो के सांकेतिक धरने का आज दूसरा दिन है,,,,,,,,और आज भी किसानों का धरना लगातार जारी रहा,,,,,, दरअसल किसान अब आर पार की लड़ाई के मुड में है,,,,,,,अम्बाला में भी किसानो ने दूसरे दिन भी DC ऑफिस के सामने धरना जारी रखते हुए सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की,,,,,,,,इस धरने में हजारों की संख्या में किसानो ने भाग लिया,,,,,,,वहीं इस दौरान अम्बाला जिला के वाईस प्रेजिडेंट गुलाब सिंह ने कहा कि लगता नहीं की सरकार इतनी जल्दी ये अध्यादेश वापिस लेगी,,,,,,,,,लेकिन जब तक सरकार इन अध्यादेशों को वापिस नहीं ले लेती तो हम पीछे हटने वाले नहीं,,,,,,,, इसके लिए किसान कोई भी क़ुरबानी देने के लिए भी तैयार हैं,,,,,,,,,जिन किसानो के सरकार केस वापिस लेना चाहती है उनको उन्होंने सरकार के दल्ले बताया,,,,,,सरकार के साथ मिले किसानो को उन्होंने सरकार के दल्ले बताया वहीँ उनको किसानो पर कलंक बताया,,,,,,,, उन्होंने कहा की इन अध्यादेशों से किसान से जुड़ा हर वर्ग दुखी है,,,,,,,,,
भारतीय किसान यूनियन जिला अध्यक्ष मालकियत सिंह ने सरकार को तीन अध्यादेशों वापिस लेने की मांग की उन्होंने इसे सरकार द्वारा लाया गया कला कानून बताया ! उन्होंने सरकार के लोगों को बताया काले अग्रेज ! उन्होंने कहा की इन्होने किसान को बहुत तकलीफ दे राखी है इस मौके पर उन्होंने गृह मंत्री के लाठी चार्ज न होने वाले ब्यान पर भी सवाल उठाये ! उन्होंने सर्कार को चेतावनी दी की ये अध्यादेश वापिस ले नहीं तो आंदोलन उग्र रूप धारण कर लेगा जिसमे कुछ भी हो सकता है
वहीं किसानो के धरने को जिला उपायुक्त ने शांति पूर्वक धरना बताया ,,,,,,,,उन्होंने कहा कि सरकार से बात चल रही है केंद्र और राज्य स्तर पर जो भी फैसला होगा उसके अनुसार करवाई की जाएगी,,,,,,,,20 तारिक को किसानो द्वारा प्रदेश में रोड जाम करने की बात पर उन्होंने कहा कि अगर ऐसा हुआ तो देखेंगे और किसानो को समझायेंगे की वो ऐसा न करें ,,,,,,,,,,,, उन्होंने कोरोना के बढ़ते केसों पर भी चिंता जताई ! उन्होंने कहा की आज हमारी कोशिश ये ही है की कोविड की तरफ ध्यान दें धरने प्रदर्शन तो बाद में भी होते रहेगें ,,,,,,,,
दरअसल चार दिन सांकेतिक धरने पर बैठे किसानों का धरना प्रदर्शन दूसरे दिन भी जारी रहा,,,,,,और इस दौरान किसानों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की ,,,,,,,, फिलहाल देखना होगा कि किसानों की मांग को सरकार पूरा करती हैं या नहीं,,,