हरियाणा के पिपली में आयोजित किसान रैली में जा रहे व्यापारियों और किसानों को फतेहाबाद पुलिस प्रशासन ने फतेहाबाद उकलाना मार्ग पर गांव हरियाणा में नहर पुल पर हिरासत में ले लिया। गाड़ियों में सवार होकर फतेहाबाद के किसान और व्यापारी रैली में जा रहे थे और प्रशासन की तरफ से बिना अनुमति के व्यापारियों और किसानों को रैली में जाने से रोकने के आदेश दिए गए थे। इस पर पुलिस प्रशासन ने पहले से ही सनियाना गांव में पुल पर नाकेबंदी की हुई थी। किसान नेताओं ने मौके पर पुलिस अफसरों से काफी बहस की ओर पिपली रैली में जाने की रोक हटाने की मांग की,,, लेकिन अधिकारियों ने किसी भी किसान और व्यापारी को आगे नहीं जाने दिया,,, जिसके बाद मौके पर व्यापारियों और किसानों ने सरकार और प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की,,, इस दौरान मीडिया से बात करते हुए किसान नेताओं ने कहा कि सरकार तानाशाही रवैया अपनाए हुए हैं और किसान व्यापारी लगातार किसान मजदूर व्यापारी वर्ग के खिलाफ लाए गए तीन अध्यादेशों को वापस लेने की मांग कर रहे हैं,,, लेकिन सरकार इन अध्यादेश को वापस नहीं ले रही है और ना ही किसानों की मांग पर कोई विचार कर रही है। किसान नेताओं ने कहा कि सरकार के इस तानाशाही रवैया का किसान और व्यापारी मिलकर मुकाबला करेंगे,,, मजदूर, किसान,व्यापारी सरकार की तानाशाही के आगे नहीं झुकेंगे।
किसानों ने सरकार से जल्द से जल्द तीनों अध्यादेश पर रोक लगाते हुए उन्हें वापस लेने की मांग की है और किसान, मजदूर और व्यापारियों को राहत प्रदान करने की बात कही,,,उनका कहना है अगर सरकार ऐसा नहीं करती है तो किसान व्यापारी और मजदूर बड़ा आंदोलन करेंगे।अब देखना होगा कि सरकार किसानों की मांगो को कब तक पूरा करती है।