मनरेगा के तहत काम न मिलने से खफा मनरेगा मजदूरों ने आज रतिया में जमकर प्रदर्शन किया और प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की,,, प्रदर्शन कर रहे मजदूरों का कहना था कि मनरेगा से जुड़े अधिकारी जानबूझ कर उन्हें काम नहीं दे रहे,,, बार-बार अपील करने के बावजूद उन्हें काम नहीं दिया जा रहा,,, एक तरफ कोरोना के चलते वैसे ही उनकी हालत खराब हो गई थी, मगर अब काम न मिलने के कारण उनके भूखों मरने की नौबत आ गई है,,, मजदूरों के घरों में दो वक्त का खाना बनना भी मुश्किल हो रहा है,,, वहीं मजदूरों का आरोप है कि मनरेगा से जुड़े एबीपीओ अपने निजी व्यवसाय में व्यस्त रहते हैं और मजदूरों की तरफ ध्यान नहीं देते,,,, उनका आरोप है पिछले दिनों गांव भरपूर में उन्होंने एक घोटाला पकड़ा था, जिसमें इन अधिकारियों की मिलीभगत थी, मगर इसका खामियाजा उन्हें भुगतना पड़ रहा है, अधिकारी उनसे खुंदस निकाल रहे हैं और उन्हें काम नहीं दे रहे,,,,
वहीं इस मामले में ब्लॉक प्रधान और प्रधान ने बताया कि गांव भरपूर में जो पांच लाख का घोटाला हुआ था वे घोटाला मजदूरों ने पकड़ लिया था,,,उन्होनें बताया कि उसकी जांच करने की बजाए अधिकारियों द्वारा इन मजदूरों को परेशान किया जा रहा है,,,उनका कहना है कि इस घोटाले की उचित जांच की जाए ताकि असल आरोपी को पकड़ा जाए,,,और मजदूरों को इसका खामियाजा भुगतना न पड़े।
इन मजदूरों की मांग है कि सरकार से उन्हें 100 दिन का काम दिया जाए ताकि वे अपने घर का गुजारा कर सकें,,,अब देखना ये होगा कि इन मजदूरों की समस्याओं का हल कब तक निकल पाता है।