पानीपत के जिला नागरिक अस्पताल पर फर्जीवाड़े का आरोप लगा है। आरोप है कि सरकारी अस्पताल में सस्ती दवा बेचने के नाम पर मरीजों से लूट की जा रही है। अस्ताल पर ये भी आरोप लगा है कि जन औषधि केंद्र में हैं महंगी दवाईयां बेची जा रही है और यहां पर सामान्य बिमारी की दवा ही नहीं मिलती है। शिकायतकर्ता सलीम की माने तो उसे बाहर की महंगे दामों की दवा दे दी गई और जब उसने बिल मांगा तो अस्पताल के कर्मचारियों ने बिल भी देने से मना कर दिया गया।
जन औषधि केंद्र के फार्मासिस्ट अनुज से बात की गइ तो पहले तो उसने कुछ भी बोलने से मना किया लेकिन फिर अस्पताल प्रशासन की ओर से मामले पर सफाई देने लगा।
रेड क्रॉस सोसाइटी के सचिव गौरव ने औषधि केंद्र के संचालक को जांच पड़ताल के लिए बुलाया था। लेकिन उसने ये कहकर आने से मना कर दिया कि कोरोना टेस्ट करवाया हैं इसलिए दो दिन बाद जांच के लिए आएगा।
प्रदेश और केंद्र की सरकार दोनों ही जीरो टांलरेंस नीति की बात करती हैं। तो वहीं कुछ लोग ऐसे भी हैं जो सरकार के इस अभियान पर पलीता लगाने का काम करते है। अब मामले की असल सच्चाई तो जांच पड़ताल के बाद ही सामने आ पाएगी।