रोहतक में रिश्वत के मामले में जीएसटी आफिस के सुपरीटेंडेंट कुलदीप हुड्डा को सीबीआई द्वारा गिरफ्तारी के बाद अब विभाग ने उन्हें सस्पेंड कर दिया है। हालांकि इस मामले में अभी भी दो इंस्पेक्टर और एक सुपरिटेंडेंट फरार बताए जा रहे हैं। मिली जानकारी के मुताबिक जीएसटी विभाग में करोड़ों रुपए के रिश्वत घोटाले का अंदेशा जताया गया है।
खबरों की माने तो रोहतक स्थित जीएसटी विभाग के दो सुपरिटेंडेंट और दो इंस्पेक्टर इसी अगस्त महीने की 6 तारीख को सोनीपत स्थित राई की रिसर्च मेडिसिन प्राइवेट लिमिटेड का निरीक्षण करने के लिए गए थे। आरोप है कि यहां पर चारों अधिकारियों ने कंपनी के मैनेजिंग डायरेक्टर और डायरेक्टर पर नियमानुसार जीएसटी ना भरने और कंपनी में स्टॉक से ज्यादा कच्चा माल होने का आरोप लगाते हुए 12 लाख रुपए की रिश्वत मांगी थी। जब कंपनी के मैनेजिंग डायरेक्टर ने रिश्वत देने से मना किया तो उक्त अधिकारियों ने कड़ी कार्रवाई करने की धमकी दे डाली और 9 लाख रिश्वत लेने पर अड़ गए । बताया गया है उसी दिन चारों अधिकारियों ने चार लाख नगद लिए और बाकी बाद में लेने की मांग की।
लेकिन इसी बीच रिसर्च मेडिसिन कंपनी के मैनेजिंग डायरेक्टर मनोज कालरा और डायरेक्टर ने इन अधिकारियों की शिकायत सीबीआई को दी थी । जिसके चलते सीबीआई ने त्वरित कार्रवाई करते हुए 14 तारीख को सेक्टर-3 स्थित कुलदीप हुड्डा के निवास पर रेड कर डाली। लगभग 72 घंटे चलने के बाद कुलदीप हुड्डा के निवास से लाखों रुपए की नगदी और काफी मात्रा में ज्वेलरी बरामद की गई । जहां से कुलदीप हुड्डा को सीबीआई ने गिरफ्तार कर लिया । तो वहीं अब विभाग ने सख्ती दिखाते हुए कुलदीप हुड्डा को सस्पेंड कर दिया है। जबकि अन्य तीन अधिकारियों के तबादले भिवानी और हिसार में कर दिए हैं। अभी भी एक सुपरिटेंडेंट दो इंस्पेक्टर सीबीआई की गिरफ्त से बाहर बताए गए हैं। जबकि विभाग का कोई भी अधिकारी कैमरे पर बोलने कुछ भी बोलने को तैयार ही नहीं है।