इस कोरोना काल में जहां बडे बड़े स्कूल और इंस्टीटयूट अपने स्टूडेंटस से फीस वसूलने में जुटे हुए हैं तो वहीं फरीदाबाद की जे.सी. बोस वाईएमसीए युनिवर्सिटी ने अपने सभी स्टूडेटस के लिए एक बड़ा ऐलान कर दिया है। इस यूनीवर्सिटी ने आर्थिक रूप से कमजोर और जरूरतमंद विद्यार्थियों की शत प्रतिशत तक ट्यूशन फीस माफ करने की नीति जारी की है और ऐसे विद्यार्थियों से आवेदन मांगे हैं जो परिवार में वित्तीय कठिनाईयों के कारण अपनी फीस या बकाया का भुगतान करने में असमर्थ हैं। अपने छात्रों को बड़ी राहत देने का काम करने वाली जे.सी. बोस वाईएमसीए युनिवर्सिटी ने देश की पहली शिक्षण संस्थान बन गई है।
नीति के अंतर्गत ऐसे मामलों पर विचार किया जायेगा, जिनमें परिवार में कमाने वाले एकमात्र सदस्य का रोजगार या कमाई का जरिया खत्म हो गया हो या फिर उसे काफी वित्तीय हानि हुई हो, अथवा कमाने वाले एकमात्र सदस्य की मृत्यु हो गई हो।
इस नीति के बारे में कुलपति प्रो. दिनेश कुमार ने जानकारी दी। नीति के अंतर्गत फीस माफी का लाभ उठाने के लिए जरूरतमंद स्टूडेट को यूनिवर्सिटी की वेबसाइट के जरिए आवेदन करना होगा। ऐसे सभी आवेदन विभाग के अध्यक्ष अपनी सिफारिश के साथ डीन स्टूडेंट वेलफेयर आफिस को भेजेंगे।
स्टूडेटस को इस तरह की बड़ी राहत देने वाली ये युनिवर्सिटी देश की पहली शिक्षण संस्थान बनी है। उम्मीद है देश के बाकी शिक्षण संस्थान भी इस सबसे सबक लेंगे और अपने जरूरतमंद स्टूडेंटस की इसी तरह से सहायता करेंगे।