जिले के सबसे बड़े गांव गोरखपुर में इन दिनों पेयजल संकट गहराया हुआ है,,,,,,,दरअसल गांव के वार्ड नं. 9 में हालत यह है कि पिछले कई सालों से पेयजल आपूर्ति नहीं हो रही,,,,,,,,, जिससे इस वार्ड में रहने वाले लोगों को गांव में दूर दराज खेतों से जाकर पानी लाना पड़ता है,,,,,,,,वहीं इसको लेकर वार्ड में रहने वाले वाल्मीकि समुदाय के लोगों ने बताया कि वे दिहाड़ी मजदूरी करते हैं,,,,,,, शाम को काम से जब वापिस लौटते हैं तो उन्हें रोजमर्रा के कामों के लिए पानी नहीं मिलता है,,,,,,,, और थकेहारे होने के बावजूद उन्हें दूरदराज के खेतों में जाकर पानी का प्रबंध करना पड़ता है,,,,,,,
वहीं लोगों ने कहा कि पिछले कई वर्षों से इस इलाके में यही स्थिति है,,,,,,उन्होंने बताया कि वे कई बार गांव के सरपंच और प्रशासनिक अधिकारियों से मिल चुके हैं,,,,,, मगर उनकी समस्या का समाधान नहीं हो रहा,,,,,,,, ग्रामीणों का कहना है कि उनकी समस्या का शीघ्र समाधान नहीं हुआ,,,,,, तो मजबूरन उन्हें संघर्ष का रास्ता अपनाना पड़ेगा,,,,,,,
दरअसल गांव के लोग इस तरह की परेशानियों से लगातार जुझते रहते हैं,,,,,,,,लेकिन प्रशासन हैं कि इन लोगों की कोई सुध नहीं लेता,,,,,,,और ना ही किसी का इन लोगों की तरफ ध्यान जाता हैं,,,,,,जिसके चलते ग्रामीणों को लगातार परेशानियों से जुझना पड़ता हैं,,,,,फिलहाल देखना होगा कि मामले में प्रशासन इन लोगों की मदद करता हैं या नहीं,,,या फिर इन लोगों को भी अपनी मांगे सरकार तक पहुंचाने के लिए प्रदर्शन का सहारा लेना पड़ेगा