एक जमाना था जब लोगों ने पेड़ों को बचाने के लिए पेड़ से ही चिपक गए थे। जिसे चिपको आंदोलन के नाम से जाना जाता है। तो वहीं बात अगर आज की करें तो इस जमाने में लोगों ने पेड़ों को बचाने के लिए अब रक्षा का प्रण लिया है और पेड़ों को राखी बांधी है। देखने और सुनने में आपको शायद थोड़ा अजीब लगे या फिर हैरानी भी हो सकती है। लेकिन ऐसा हुआ है और भी सिटी ब्यूटीफुल चंडीगढ़ में। आज यानि 3 अगस्त को रक्षाबंधन का त्योहार है। इस त्योहार पर भाइ अपनी बहन की रक्षा का संकल्प लेता है। तो वहीं चंडीगढ़ के लोगों ने इस त्योहार को अपने ही खास अंदाज में मनाया। यहां के लोगों ने पेड़ों को राखियां बांधी और उनकी रक्षा का संकल्प लिया।
सुखना लेक और बॉटनिकल गार्डन में मोजूद पेड़ों की रक्षा के लिए उन पर राखियां बांधी। पेड़ों के प्रति लोगों के प्यार को देखते हुए प्रशासन ने भी खास व्यवस्था की हुई थी। रक्षा बन्धन के अवसर पर चंडीगढ़ में लोगों ने पेड़ पर राखी बांध कर भी रक्षा बन्धन का त्यौहार मनाया। चंडीगढ़ प्रशासन की इस कोशिश का मकसद है कि लोग पर्यावरण के साथ जुड़े और वृक्षों को राखी बांधकर वृक्षों की रक्षा करने का संकल्प लें।
चंडीगढ़ प्रशासन की इस कोशिश को चंडीगढ़ के लोगों ने खूब समर्थन दिया और बहुत सारे लोग पेड़ों को राखी बांधने के लिए घरों से निकले। वैसे भी ये हरे भरे पेड़ ही चंडीगढ़ जैसे शहर की असली शान है। इन पेड़ों की वजह से ही चंडीगढ़ की खुबसुरती में चार चांद लग जातंे हैं। तो फिर क्यों ना इन पेड़ों को बचा ही लिया जाए।