तस्वीरों में जहां तक आपकी नजर जाएगी सिर्फ और सिर्फ आपको कचरा और गंदगी ही नजर आएगा। बदहाली की ये तस्वीरें नारनौद से सामने आई हैं। जहां कस्बे की कस्बे की भगत सिंह मार्केट व कॉलेज की दीवार के पास नगरपालिका द्वारा ये कचरा गिराया जा रहा है। स्थानीय लोगों ने नगरपालिका के इसी काम का विरोध किया है। मार्किट के दुकानदारों का कहना है कि इस कचरे की वजह से कस्बे में बीमारी फैलने का डर बना रहता है। लोगों का आरोप है कि नारनौंद नगरपालिका के सफाई कर्मचारी पूरे कस्बे का कचरा इकट्ठा कर भगत सिंह मार्केट के पास खाली पड़ी जमीन में लाकर डाल देते हैं। अपनी इस को लेकर दुकानदारों ने नगरपालिका के सचिव को लिखित में भी दे चुके हैं। लेकिन उसके बावजूद भी नगरपालिका सफाई कर्मचारी कचरा यही पर डाल रहे हैं।
इस कचरे के एक तरफ एक निजी स्कूल, बाल्मीकि बस्ती, राजकीय महाविद्यालय व भगत सिंह मार्केट लगती हैं। जिसके चलते कॉलेज, स्कूल, बस्ती व मार्केट के लोगो को इस कचरे कर कारण बीमार होने का डर बना हुआ है। मार्किट के प्रधान मुकेश लोहान ने कहा की भारत सरकार की स्वच्छ भारत योजना को भी सरेआम ठेंगा दिखाया जाता है। लोगों की मांग है कि कचरे को यहां से उठाकर किसी दूसरी जगह पर डाला जाए। आलम तो ये है कि शनिवार सुबह शहर का कचरा डालने के लिए नगरपालिका कर्मचारी आए तो मार्केट के दुकानदारों ने उन्हें वहां पर कचरा डालने से मना कर दिया। अपनी इस शिकायत को लेकर नगरपालिका चेयरमैन व एसडीएम के पास पहुंच गए।
हालांकि दुकानदारों के विरोध के बाद प्रशासन ने 8 जुलाई तक का समय दिया है। उनका कहना है कि 8 जुलाई तक समस्या का समाधान हो जाएगा। ये तो थी प्रशासन की बात। लेकिन उनकी ये बातो को अमली जामा कब मिलता है ये तो देखने वाली बात होगी।