कोरोना महामारी का डर हम सबके जहन मे ऐसा बैठा कि इस बिमारी ने हमारी जिंदगी को ही बदल कर रख दिया। बदली हुई जिंदगी का ऐसा की एक और नजारा आपको हरियाणा रोडवेज के सफर में भी दिखाई देगा। वायरस के खतरे से बचने के लिए बस के ड्राइवर ओर कंडक्टर ने देशी जुगाड़ का काम शुरू किया है। तस्वीरों में आप खुद ही देखिए कंडक्टर और ड्राइवर के लिए अलग से एक केबिन की व्यवस्था की गई है। ड्राइवर तो बस चलाने के लिहाज से इस कैबिन मे ही बैठा रहेगा जबकि बस का कंडक्टर टिकट काटने के बाद खुद को सेनेटाइज करके कही इस केबिन में जाकर बैठ जाएगा। जिसके बाद वो बाकी सवारियो के संपर्क में नही होगा और खुद को सेफ कर लेगा। अब इसी देसी जुगाड़ को रोडवेज की बाकी बसों में भी लगाया जा रहा है। वर्कशॉप के मैकेनिकों ने केबिन बनाने शुरू कर दिए है। इस बारे में डिपो के अधिकारी ने जानकारी दी।
मामला अगर अपनी जान का हो तो हर कोई अपनी सुरक्षा के बारे जरूर सोचेगा। ऐसे में खुद को खतरनाक बीमारी से बचाकर सवारियों को उनके मंजिलों तक पहुचना ड्राइवर और कंडक्टर के लिए बड़ी चुनोती होगी। ऐसे में अपने बचाव के लिए बसों में केबिन बनवाने शुरू कर दिए है
रोडवेज कि जिमेवारी ड्राइवर ओर कंडक्टर पर सबसे ज्यादा है। ऐसे में कोरोना काल मे चालक परिचालक स्वास्थ्य रहेंगे तो रोडवेज चलेगी, वरना पहले ही रोडवेज पहले ही घाटे में जा रही है और कर्मचारिों के बिमार हो जाने के बाद से रोडवेज का घाटा ज्यादा बढ़ जाएगा।