चंडीगढ,4अक्टूबर। बलात्कार के मामले में फंसे पंजाब के पूर्व अकाली मंत्री सुचा सिंह लंगाह ने बुधवार को सभी को चौंकाते हुए गुरदासपुर के मुख्य न्यायिक मैजिस्ट्रेट की अदालत में समर्पण कर दिया। अदालत ने लंगाह को 9 अक्टूबर तक पुलिस रिमांड पर भेज दिया।
इससे पहले लंगाह ने चंडीगढ स्थित जिला अदालत में समर्पण मंजूर करने की याचिका पेश की थी लेकिन चंडीगढ जिला अदालत ने इसे नामंजूर करते हुए गुरदासपुर की जिला अदालत में पेश करने की सलाह दी थी। लेकिन इसके बाद लंगाह ने मंगलवार को पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट में अग्रिम जमानत पर रिहाई की याचिका पेश की थी। इस याचिका पर अभी सुनवाई होनी ही थी कि लंगाह ने बुधवार को गुरदासपुर के मुख्य न्यायिक मैजिस्ट्रेट मोहित बंसल की अदालत में बुधवार दोपहर बाद करीब ढाई बजे समर्पण कर दिया।
उल्लेखनीय है कि पंजाब पुलिस की एक महिला पुलिस कांस्टेबल ने लंगाह के खिलाफ पिछले वर्ष 2009 से बलात्कार करने का मुकदमा गुरदासपुर शहर थाने में दर्ज करवाया है। इस मामले में पुलिस की गिरफ्तारी से बचने का प्रयास करते हुए लंगाह ने बुधवार को गुरदासपुर की अदालत में समर्पण कर दिया। महिला कांस्टेबल ने अपनी शिकायत के साथ बलात्कार किए जाने की पुष्टि के लिए एक वीडियो भी पुलिस को दिया था। यह वीडियो वायरल भी हो गया। बलात्कार का मामला दर्ज किए जाने के बाद लंगाह ने शिरोमणि अकाली दल के गुरदासपुर जिलाध्यक्ष व अकाली दल की कोर कमेटी की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया। उन्होंने शिरोमणि गुरूद्वारा प्रबंधक कमेटी की सदस्यता से भी इस्तीफा दे दिया। बाद में अकाली दल ने लंगाह की प्राथमिक सदस्यता भी समाप्त कर दी। अब अकाल तख्त लंगाह को पंथ से निकालने की तैयारी भी कर रहा है।