हरियाणा में फार्मेसी के लगभग 300 स्टूडेंटस का भविष्य अधर मे अटक गया है। इन स्टूडेंटस का रजिस्ट्रेशन ना हो पाने की वजह से इनके डिग्री डिप्लोमा पर भी सवाल उठने लगे थे। बीते 7 महीने में हरियाणा काउंसिल से गुहार लगाने के बावजूद भी जब इनका काम नहीं बना, तो फार्मेसी के स्टूडेंटस ने बुधवार को चंडीगढ़ में एक प्रेस कांफ्रेस की और हरियाणा सरकार से रजिस्टर कर देने की गुहार लगाई।
बता दें कि फार्मेसी के ये स्टूडेंटस हरियाण के गृह एंव स्वास्थय मंत्री अनिल विज को मामले की शिकायत भी दे चुके हैं। जिसके बाद मंत्री अनिल विज ने एसीएस राजीव आरोड़ा को शिकायत भेज कर मामले की जांच पड़ताल शुरू करवाई थी। इन स्टूडेंटस ने चेयरमैन धनेश अधलखा पर रजिस्ट्रेशन न करने का आरोप लगाया है। इनका कहना है कि रजिस्ट्रेशन ना होने से करीब 300 स्टूडेंटस का भविष्य दांव पर लगा हैं।
आपको बता दें कि ऐसे स्टूडेंट्स की गिनती काफी ज्यादा है जिन्होंने छत्तीसगढ़ से 12वीं पास कर पंजाब से फार्मेसी की है। जबकि इनमें से कई छात्र तो हिमाचल व राजस्थान समेत कई अन्य राज्यों से भी हैं। इनके डिग्री डिप्लोमा में स्टेट बदलने की वजह से ही इन सबके रजिस्ट्रेशन का काम रूका हुआ है। तो वहीं अब फार्मेसी के स्टूडेंट ने मिलकर मामले की जांच विजिलेंस से करवाने की मांग की।