यमुनानगर (वीना),28सितम्बर। हरियाणा कैबिनेट के दादूपुर-नलवी नहर के लिए जमीन अधिग्रहण रद्द कर किसानों को दिया गया मुआवजा 15 फीसदी ब्याज के साथ वापिस लेने के फैंसले पर गुरूवार को यमुनानगर में किसानों का गुस्सा जमकर फूटा!किसानों ने प्रदर्शन करते हुए मुख्यमंत्री की शव यात्रा निकाल नेशनल हाइवे 73 पर पुतला फूंका ! उधर हरियाणा के कैथल से विधायक व अखिल भारतीय कांग्रेस के मीडिया प्रभारी रणदीप सुरजेवाला ने भी परियोजना को बंद करने के विरोध में प्रदर्शन करने का ऐलान किया है।
किसानों का कहना है कि केबिनेट के इस फैंसले ने सिद्ध कर दिया है कि सरकार किसान विरोधी है। इस फैंसले के विरोध में किसान काला दशहरा मनाएंगे। दशहरे के दिन मेघनाथ के पुतले के साथ सीएम स्पीकर और अन्य मंत्रियों के पुतले जलाएंगे। जब तक सरकार इस फैंसले को वापिस नही लेती तब तक प्रदर्शन चलता रहेगा!
पिछले 22 अगस्त से जगाधरी अनाज मंडी में किसान दादूपुर- नलवी नहर परियोजना रद्द करने के सरकार के इरादे के विरोध में धरने पर बैठे थे। इस दौरान विधायको व मंत्रियों द्वारा आश्वासन भी दिया गया था कि पुनर्विचार किया जाएगा। लेकिन केबिनेट ने परियोजना की जमीन को डिनोटिफाई करने का फैसला कर लिया।
किसानों ने कम मुआवजे में अपनी जमीन नहर के लिए दी थी !जिसके बाद किसानों ने मुआवजा राशि बढ़ाने को लेकर सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया और फैंसला किसानों के हक में आया!सरकार ने इस मुआवजा राशि को ज्यादा बताते हुए और अन्य कई कारणों से इस नहर को बंद करने का निर्णय लिया है !इस नहर में तीन जिलों के 225 गांवो के किसानों की जमीन लगती है जिसमे कुरक्षेत्र अम्बाला और यमुनानगर जिला शामिल है । यमुनानगर के 12 गांवों से ये नहर निकलती है !
भारतीय किसान यूनियन के प्रदेश सचिव व किसान नेता हरपाल सिंह ने बताया कि हम पिछली 22 अगस्त से दादूपुर -नलवी नहर बचाने के लिए धरना प्रदर्शन कर रहे है । हमे आश्वासन भी दिए गए थे लेकिन अब ये फैंसला किसान विरोधी है अब हम मुआवजा कहां से देंगे । इसके लिए तो हमे और जमीन बेचनी पड़ेगी। किसान इस फैंसले के विरोध में काला दशहरा के रूप में मनाएंगे। दशहरे के बाद भी मंत्रियों और विधयकों के निवास पर पुतले जलाएंगे। जब तक सरकार अपने फैंसले को वापिस नही लेती तब तक किसानों का ये धरना प्रदर्शन चलता रहेगा।