अम्बाला, 26 अप्रैल2019 : अंबाला लोकसभा से भाजपा प्रत्याशी रतन लाल कटारिया ने पत्रकार वार्ता क्या बुलाई, मानो उन्होंने मुसीबत मोल ले ली। पत्रकारों के तीखे सवालों के आगे कटारिया कभी हाथ जोड़ते तो कभी कान पकड़ते और कभी माफी मांगते नजर आए। इस पत्रकार वार्ता में लोकसभा चुनाव का मुद्दा भले ही ना गर्माया हो लेकिन रतन लाल कटारिया और अनिल विज के बीच रहे पुराने विवाद और अनिल विज द्वारा कराए गए विकास कार्यों का कटारिया द्वारा श्रेय लेने के मुद्दे ने यहां भी उनका पीछा नहीं छोड़ा।
बता दें, भाजपा प्रत्याशी रतन लाल कटारिया ने लोकसभा चुनाव में उन्हें मिल रहे जन समर्थन के खूब कसीदे पढ़े। इतन ही नहीं रतन लाल कटारिया अंबाला में उनके द्वारा करवाए गए विकास कार्यों का बखान करते भी नजर आए। कटारिया ने अपने द्वारा कराए गए विकास कार्यों में अंबाला छावनी के उस कैंसर अस्पताल का नाम भी लिया जिसका नींव पत्थर अनिल विन ने रखा । बस इतना ही नहीं कटारिया ने अंबाला छावनी में खुलने वाले डोमेस्टिक एयरपोर्ट का भी नाम लिया जिसे अंबाला में लाने का दावा अनिल विज करते हैं ।
कटारिया से जब इसको लेकर सवाल किया गया तो कटारिया ने तपाक से कहा कि अनिल विज हमारे नेता हैं , हरियाणा सरकार के बिना 1 इंच भी जमीन नहीं खरीद सकते , विज कैबिनेट के मंत्री हैं और यह जिम्मेवारी कैबिनेट की है कि वह सेंटर के कामों को अप्रूव करें । कटारिया से जब यह पूछा गया कीज इन विकास कार्यों का श्रय वह लेना चाहते हैं उनको करवाने का दावा तो विज पहले ही ठोक चुके हैं , इस पर कटारिया ने कहा कि विज हमारे नेता हैं । साथ ही कटारिया ने अपने पिछले बयानों से यू टर्न लेते हुए कहा कि मैं अपने पुराने किसी बयान पर स्टैंड नहीं करता मैं सिर्फ इस बात पर स्टैंड करता हूँ कि अनिल विज हमारे नेता हैं ।
अंबाला छावनी में बीते 5 सालों में कटारिया की गैर मौजूदगी और भाजपा कार्यकर्ताओं द्वारा कटारिया की गुमशुदगी के पोस्टर लगाने से लेकर बीज और कटारिया के बीच की खाई के किस्से हर किसी को पता है लेकिन बीते रोज अंबाला छावनी में अनिल विज ने कटारिया के चुनाव प्रचार की बागडोर को बखूबी संभाल लिया जिसके बाद आज पत्रकार वार्ता में कटारिया को कहना पड़ा की जिस तरह कल विज द्वारा उनके प्रचार के कार्यक्रम किये हैं वह और उनका परिवार सात जन्म तक विज का आभारी रहेगा और वह भविष्य में विज के खिलाफ कोई गलत टिप्पणी नहीं करेंगे । अंत मे कटारिया को पत्रकारों के आगे हाथ जोड़ कर अपनी जान छुटानी पड़ी ।
कटारिया ने बीते लोकसभा चुनाव में बयान दिया था कि 2004 और 2009 में सिरसा से लौंग दा लश्कारा मारते हुए एक महिला बाहर से आई और मुझे हरा कर चली गई , इस पर जब कटारिया से एक पत्रकार ने यह पूछा कि वही महिला इस बार भी आई है तो कटारिया ने हाथ जोड़े फिर कान पकड़े और कहा कि बस बक्श दो , अब रहने दो।
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