15 अप्रैल 2109 फरीदाबाद: औद्योगिक नगरी के नाम से प्रसिद्ध फरीदाबाद इन दिनों प्रदुषित नगरी बनता जा रहा है। कारण है यहां लगाई गई वो फैक्ट्रियां और ईंटों के भट्टे जिनसे काफी मात्रा में प्रदूषित धुआं लगातार निकलता है। बावजूद इसके इस पर कोई लगाम नहीं लगाई जा रही है। और ये सब हो रहा है एसीपी के दफ्तर के ठीक सामने। आखिर क्या कारण है कि आज तक प्रदुषण विभाग और पुलिस विभाग ने इस पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं की।
आसमान में छाए काले धुंए की यह तस्वीरें जो आप देख रहे हैं यह फरीदाबाद की हैं। जहां उद्योगों के नाम पर पर्यावरण की सरेआम धज्जियां उड़ाई जा रही हैं। फरीदाबाद के उद्योगिक क्षेत्र के आस पास रहने वाले लोगों का कहना है कि इस इलाके से गुजरने के नाम से ही उनकी रूह कांप जाती है। इस प्रदूषित इलाके के पास रहना ही उनके लिए सबसे बड़ी सजा है।
इस इलाके में रहने वाले लोगों ने बताया कि जब वो बच्चों को स्कूल छोड़ने जाते हैं तो बच्चे आंखों में जलन होने की शिकायत करते हैं। इतना ही नहीं यहाँ से गुजरते हुए प्रदूषण की वजह से बच्चे, बड़े और बुजुर्ग सब की तबियत खराब होने लगती है।
वहीं प्रदुषण फैलानेे वाली फैक्ट्री के एक कर्मचारी ने बताया कि इस फैक्ट्री से निकलने वाला धुआं इतना जहरीला है कि इससे आसपास के लोगों का जीना मुहाल हो गया है और लोग तरह तरह की बिमारियों का शिकार होते जा रहे हैं। फैक्ट्री के कर्मचारी ने एक बात जरूर कहीं कि वो सरकार द्वारा तय मानकों के हिसाब से ही ईंधन का प्रयोग कर रहे हैं बावजूद इसके अगर धूआं निकल रहा है तो इसमें कर्मचारी क्या करें।
इतना ही नहीं फैक्टरी से निकल रहे जहरीले धुंएँ की बात सुनकर फैक्टरी मैनेजर उल्टा मीडिया को ही धमकाने के लेहाजे में समझाने लगे।
वहीं जब इस बारे में प्रदुषण नियंत्रण बोर्ड के रिजनल अधिकारी से बात की गई तो उन्होंने हाल ही में कुछ वीडियों उनके हाथ लगने की बात कहते हुए जल्द ही प्रदुषण फैलाने वाली ईकाईयों पर कार्रवाई किए जाने के बारे में कहा।
फ़िलहाल सोचने वाली बात यह है कि इतना सब होने के बावजूद प्रदुषण नियंत्रण विभाग ने अब तक इस पर कोई कार्रवाई क्यों नहीं की। आपको बता दें, हरियाणा के पर्यावरण और उद्योग मंत्री विपुल गोयल भी फरीदाबाद से ही हैं और केंद्रीय राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर का लोकसभा क्षेत्र फरीदाबाद ही है। बावजूद इसके फरीदबाद में जहरीले धुंएँ का इस कदर कहर। सोचने वाली बात यह है कि आखिर इसका जिम्मेदार कौन है ?