13 April 2019 सोनीपत: दीनबंधु छोटू राम विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय मुरथल ने स्किल इंडिया के तहत करीब 60 विद्यार्थियों के भविष्य के साथ खिलवाड़ किया है। 2016 ओर 2017 में विश्वविद्यालय में रिटेल managmant ओर बिल्डिंग टेक्नोलॉजी दो अलग अलग कोर्स में बच्चों के दाखिले हुए। छात्रों ने दाखिले की फीस से लेकर पेपर फीस और होस्टल फीस भी जमा करवाई है। यहाँ तक की बच्चों के आई कार्ड भी यूनिवर्सिटी द्वारा बनाये गए हैं। इन छात्रों की क्लास भी लगी, और पढ़ाई भी हुई , कुछ बच्चों के पेपर भी हुए और उन्हें डिग्री भी मिली लेकिन हैरानी की बात यह हैं कि इन बच्चों को मिली डिग्री कहीं मान्य ही नही है।
बता दें, यूनवर्सिटी ने इन छात्रों से एडमिशन फीस से लेकर सभी शुल्क लिए। छात्रों के पेपर भी हुए और उन्हें डिग्री भी दी गई, लेकिन करीब 2 साल बाद यूनिवर्सिटी (रजिस्ट्रार) इस कोर्स के लिए अपने आप को प्रमाणित नही मानती। यूनिवर्सिटी का कहना है कि उनसे कुछ गलतियां हुई हैं।
इतना ही नहीं इन छात्रों पर यूनिवर्सिटी से निकल जाने का दबाव भी डाला जा रहा है, जिससे वे काफी परेशान हैं और अपनी यह परेशानी पत्रकारों को बताते हुए छात्र इस मामले पर करवाई की मांग कर रहे हैं।
वहीं यूनिवर्सिटी रजिस्ट्रार अनिल खुराना ने छात्रों की परीक्षा के दौरान हुई खामियों की बात स्वीकार करते हुए इस माह के अंत तक यूनिवर्सिटी कॉउन्सिल मीटिंग में इस समस्या को दूर करने के पूरे प्रयास का आश्वासन दिया।
बात दें, विजय संकल्प रैली में पहुंचे मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर ने यह मामला उनके संज्ञान में न होने की बात कही हैं। जबकि यह छात्र सीएम और पीएम विंडो पर भी अपनी शिकायत दे चुके हैं
अब देखने वाली बात यह हैं कि इस कोर्स में यूनिवर्सिटी की खामिया रही या यूजीसी की लेकिन प्रधानमंत्री कौशल योजना के तहत करीब 60 छात्रों का भविष्य फ़िलहाल संकट में हैं। प्रथम तेहेलका के facebook और Youtube पेज से जुड़ें के लिए यहां क्लिक करें