11 April 2019
सिरसा: प्रदेश की जनता के लिए मई और अक्टूबर खुशहाली लेकर आएगा। जनता के आशीर्वाद से जननायक जनता पार्टी मई में सबसे ज्यादा सांसद बनाकर लोकसभा में दमदार उपस्थिति दर्ज करवाएगी और फिर सितम्बर, अक्टूबर में हरियाणा में सरकार बनाएगी। जी हाँ कुछ ऐसा ही कहना है जननायक जनता पार्टी के युवा नेता और इनसो अध्यक्ष दिग्विजय सिंह चौटाला का। उन्होंने यह बात अपने सिरसा जिले के रानियां हलके के दौरे के दौरान कही। वहीं इस दौरान उन्होंने सिरसा जिले के किसानों की सबसे बड़ी समस्या जो कि घग्घर का पानी नहीं मिलना एक एक भोत गंभीर समस्या बताते हुए किसानो से यह वादा किया अगर जेजेपी की सरकार बनी तो घग्घर नदी का पानी पूरे सिरसा जिले के किसानों को आसानी से मुह्हैया करवाय जायेगा। उन्होंने जनता से आह्वान करते हुए यह भी कहा कि सभी एकजुट होकर 12 मई को चप्पल के निशान पर मतदान करके नये हरियाणा की नींव रखने में योगदान दें।
इसी के साथ दिग्विजय ने कांग्रेस को घेरते हुए कहा कि कांग्रेस मरा हुआ सांप है जिससे सब बचकर निकल रहे है। उन्होंने कहा स्वयं कांग्रेसियों को यह नहीं पता कि वह किस पार्टी में है। कांग्रेसी सुबह कांग्रेस में तो शाम को भाजपा में या किसी अन्य दल में पाते है। आज कांग्रेस की हालत इस कदर खराब है कि स्वयं राहुल गांधी के हरियाणा में दौरे करने के बाद भी बस खाली पड़ी है।
दिग्विजय ने कहा कि जिस दिन जेजेपी के सांसद देश की संसद में कदम रखेंगे उसी दिन से हरियाणा के हको को की लडाई का अंतिम चरण होगा। उन्होंने कहा कि जेजेपी सरकार बनते ही सिरसा जिले को घग्घर का पानी मुहैया कराने के लिऐ चैनलबद्ध तरीके से काम शुरू किया जाएगा। प्रदेश के किसानों को फसल की लागत मूल्य से दस प्रतिशत ज्यादा भाव देने का काम किया जाएगा। स्वामीनाथन रिपोर्ट लागू करवाने के लिए ठोस बिल लेकर आएंगे। युवाओं को क्षेत्र के हिसाब से बराबर रोजगार देंगे। किसान को ट्यूबवेल का कनेक्शन मुफ्त देंगे, गाय पालने वालों को पेंशन देंगे, एचटेट की परीक्षा खत्म जैसी कई सौगाते प्रदेश की जनता को देंगे।
दिग्विजय ने अपने पार्टी की जीत की आशा करते हुए कहा की जेजेपी दस की दस लोकसभा सीटों पर जीत दर्ज करेगी। वहीं हिसार और सिरसा की सीट लगभग दो लाख वोटों के अंतर से जितने जा रही है। इनसो अध्यक्ष ने भाजपा सरकार पर जोरदार हमला बोलते हुए कहा कि प्रधानमंत्री ने प्रधानमंत्री ना होकर अम्बानी, अडानी का एजेंट बनने की ओर ज्यादा ध्यान दिया है। किसान, कमेरे,छोटे व्यापारी के पैसों से सरकार ने योजनाबद्ध तरीके से अम्बानी ,अडानी के घरों को भरने का काम किया। स्वामीनाथन रिपोर्ट लागू करने का दावा करने वाले आज मात्र 17 रुपये किसान को देने की बात पर आ गये।