चंडीगढ़ 26 नवंवबर : केंद्र सरकार ने हाल ही में अपनी कैबिनेट में गुरु नानक जयंती को बड़े तौर पर मनाने का फैसला किया था । इसी के तहत ऐलान किया गया था करतारपुर कॉरिडोर को बनाने का फैसला किया गया है। हालांकि, इस मुद्दे पर भारत -पाकिस्तान राजनीति भी तेज गरमा गयी थी।
जानकारी अनुसार सिखों के प्रथम गुरु गुरु नानक देव जी की 550वीं जयंती मनाई गई लेकिन उससे साथ ही करतारपुर साहिब का मुद्दा भारत-पाकिस्तान की राजनीति में गर्माया हुआ है। पहले पाकिस्तान ने करतारपुर कॉरिडोर बनाने का ऐलान किया था और इसके बाद ही भारत सरकार ने भी करतारपुर कॉरिडोर बनाने का ऐलान कर दिया था।
बता दें आज उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू करतारपुर कॉरिडोर की नींव रखी,जहां इस दौरान पंजाब के मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह भी उनके साथ दिखाई दिए। इसके साथ ही केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, हरसिमरत कौर बादल भी इस मौके पर मौजूद थे । कॉरिडोर बनने के बाद श्रद्धालु खुद गुरुदासपुर जिले से करतारपुर साहिब जाकर दर्शन कर सकेंगे। फिलहाल यह स्थल पाकिस्तान में भारतीय सीमा से करीब चार किलोमीटर दूर है और अभी पंजाब के गुरदासपुर में डेरा बाबा नानक बॉर्डर आउटपोस्ट से दूरबीन से श्रद्धालु दर्शन करते हैं। इसके तहत पाकिस्तान बॉर्डर से सटे मान गांव में डेरा बाबा नानक (पिंड) और करतारपुर साहिब रोड कॉरिडोर को तैयार किया जाएगा।दूसरी और डेरा बाबा नानक करतारपुर साहिब सड़क गलियारे की आधारशिला रखेंगे यह सड़क गुरदासपुर जिले के मान गांव से पाकिस्तान से लगने वाली अंतरराष्ट्रीय सीमा तक जाएगी। वहीं दूसरी और शिलान्यास कार्यक्रम में बोलते हुए मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह ने पाकिस्तान को खुली चेतावनी दे डाली।मैं पाकिस्तान को चेतावनी देना चाहता हूं कि हम पंजाबी हैं और हम आपको अपने देश का माहौल खराब करने नहीं देंगे। अगर फिर भी ऐसा किया गया, तो मुंह तोड़ जवाब दिया जाएगा।
जानकारी अनुसार 28 नवंबर को पाकिस्तान भी अपने इलाके में करतारपुर साहिब के लिए कॉरिडोर की नींव रखेगा। इस कार्यक्रम के मद्देनजर सुरक्षा व्यवस्था कड़ी की गई है, वहीं 5 किलोमीटर तक इलाके को सील किया गया है।