यमुनानगर, 23 नवंबर(वीणा अरोड़ा): जगह जगह टोलियों और टैंट लगाकर बैठे यह लोग हाथों में शराब का जाम छलका रहे हैं। इन शराबियों के लिए मीट को कारों में भर कर यहाँ लाकर बेचा जा रहा है। यह सुनकर आप हैरान होंगे कि शराबियों के लिए मीट कारों में भर कर लाया जा रहा है , जी हां यह सब हम आपको दिखाएंगे भी और बताएंगे भी कि जो लोग यहाँ बैठे हैं, यह सब अलग अलग राज्यों से कपाल मोचन मेले में पहुंचे हैं। मेले को ड्राई घोषित किए जाने के बावजूद मेला परिसर की हद में ही शराबियों की यह महफ़िल लगी है।
इसी तरह मेले में जगह जगह सैंकड़ों लोग बैठे दिखाई दिए। बता दें, कपालमोचन बहुत ही एतिहासिक मेला है जिसके साथ श्रद्धालुओं की आस्था जुडी है। मान्यता है कि यह मेला सतयुग से चला आ रहा है। श्रद्वालुओ की माने तो भगवान शिव से भगवान श्री कष्ण, श्री राम और सिखों के दसवे गुरू यहां आए थे और यहां बने सरोवरों में डूबकी लगाई थी। ऐसा कहा जाता है कि भगवान शंकर ने भी ब्रह्म हत्या के दोष से मुक्ति पाने के यहां बने सरोवरों में स्नान किया था और तभी से इन सरोवरों की काफी मान्यता है। लेकिन इस बार मेले में आए लोग मदिरा और मीट का धडल्ले से सेवन करते नजर आए।
बड़ा सवाल ये है कि ड्राई एरिया होने के बाद भी शराब और मीट का सेवन खुलेआम होने पर भी प्रशासन की और से कोई करवाई अब तक क्यों नहीं की गई।