चंडीगढ़ 17 नवंबर: सबरीमाला मंदिर में महिलाओं की एंट्री का विरोध खत्म होने का नाम ही नहीं ले रहा है. जानकारी के मुताबिक कल मंदिर में महिलाओं की एंट्री की वकालत कर रही सामाजिक कार्यकर्ता तृप्ति देसाई को कोच्चि एयरपोर्ट से मुंबई वापस लौटना पड़ गया।तृप्ति देसाई करीब 14 घंटे तक कोच्चि एयरपोर्ट पर फंसी रही जानकारी अनुसार वह कोच्चि सबरीमाला मंदिर में प्रवेश के लिए छह अन्य महिला कार्यकर्ताओं के साथ पहुंची थी,परन्तु देसाई को एयरपोर्ट पर ही बीजेपी,आरएसएस समेत अन्य संगठनों के विरोध का सामना करना पड़ा वही एयरपोर्ट के बाहर विपक्षी संघठनों का प्रदर्शन देखने को मिला। जिसके बाद वे देसाई को एयरपोर्ट से ही वापस मुंबई लौटन पड़ गया।देसाई को मुंबई में भी एयरपोर्ट के बाहर प्रदर्शनकारीयो के विरोध का सामना करना पड़ा।उन्होंने एक इंटरव्यू में बताया कि जब मैं कोच्चि एयरपोर्ट पहुंची तभी एयरपोर्ट के बाहर बहुत बडी संख्या में प्रदर्शनकारीयो ने विरोध प्रदर्शन शुरू किया और जहां स्तिथि की गंभीरता को समझते हुए मुझे एयरपोर्ट पर ही रोक लिया गया। मैं आगे सबरीमला मंदिर जाने वाले थी लेकिन हालात इतने बिगड़ गये थे कि मुझे वहां पर कोई टैक्सी, बस ले जाने के लिए तैयार नहीं थी।उन्होंने यह भी कहा कि मुंबई में जब यह विरोध देखा तो मैं हैरान हो गई, लेकिन मुझे लगता है कि यह सिर्फ एक पब्लिसिटी स्टंट था.
Maharashtra: Protesters gather outside Mumbai airport where Trupti Desai, the founder of Bhumata Brigade, has arrived. She was at the Cochin International airport, Kerala for the entire day yesterday as protesters did not allow her to proceed to #SabarimalaTemple. pic.twitter.com/JNMQUtzJMk
— ANI (@ANI) November 16, 2018
बता दें महिलाओं की एंट्री किये जाने पर जारी जंग के बीच सबरीमाला मंदिर के कपाट जहां खुल चुके हैं वहीँ 10 से 50 साल की महिलाओं की एंट्री के खिलाफ रहे संगठन लगातार अपना प्रदर्शन करने में लगे हुए हैं।बता दें कि मंदिर के आसपास भारी संख्या में पुलिसबल तैनात किया गया है और सबरीमाला के द्वार, पंबा और निलक्कल में धारा 144 भी लागू की गई है। पुलिस ने हिंदूवादी महिला नेता केपी शशिकला समेत कई प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार भी किया है। जिसके बाद आज सबरीमाला कर्मा समिति ने राज्य स्तरीय बंद बुलाया है। अब देखना यह है क्या तृप्ति देसाई सबरीमाला पहुँच पाएंगी या कब तक जारी रहेगा इनका विरोध