फतेहाबाद, 25 अक्तूबर(जितेंद्र मोंगा): परिवहन मंत्री के साथ रोडवेज कर्मचारियों की वार्ता विफल होने के बाद हरियाणा रोडवेज की हड़ताल को कर्मचारियों ने अगले 4 दिन के लिए और बढ़ा दिया है। यह बड़ा फैसला लेते हुए हरियाणा रोडवेज वर्कर्स यूनियन के प्रदेश महासचिव सरबत सिंह पूनिया ने जानकारी दी कि सरकार के साथ हुई बातचीत में रोडवेज कर्मचारियों के प्रतिनिधिमंडल में शामिल यूनियन नेताओं को सरकार ने 200 बसों का ठेका दिए जाने का ऑफर दिया जोकि किसी भी सूरत में जायज नहीं है। सरबत सिंह पूनिया ने कहा कि कर्मचारी ना तो सरकार से किसी वेतन भत्ते की डिमांड कर रहे हैं और ना ही उनका कोई अपना लालच है।
उन्होंने कहा कि हरियाणा रोडवेज के कर्मचारी केवल और केवल रोडवेज विभाग को बचाने के लिए यह हड़ताल कर रहे हैं और सरकार से कर्मचारियों की केवल एक ही मांग हैं कि सरकार 720 प्राइवेट बसों के परमिट का फैसला वापिस ले और हरियाणा रोडवेज के बेड़े में बसों की संख्या बढ़ाई जाए ताकि हरियाणा की जनता को बेहतर और सुविधाजनक परिवहन सेवा मिले।
यूनियन नेता सरबत सिंह पूनिया ने कहा कि सरकार अपनी हठधर्मिता पर अड़ी है और कर्मचारी रोडवेज विभाग को बचाने के लिए किसी भी सूरत में अपनी मांग से पीछे नहीं हट सकते। सरबत सिंह पूनिया ने कहा कि सरकार के पास अगर रोडवेज को बचाने के लिए फंड की कमी है तो रोडवेज के कर्मचारी अपनी 1 दिन की सैलरी सरकार के खाते में जमा करवा सकते हैं, यहां तक कि कर्मचारी अपने बोनस भी छोड़ सकते हैं, लेकिन सरकार पहले अपनी जिद छोड़ कर 720 प्राइवेट बसों के परमिट देने का फैसला वापस ले। पूनिया ने कहा कि सरकार जब तक इस मांग पर सहमत नहीं होती है तब तक कर्मचारी हड़ताल पर रहेंगे और फिलहाल हरियाणा रोडवेज की हड़ताल को अगले 4 दिन के लिए बढ़ा दिया गया है।