पानीपत, 23 अक्तूबर। पानीपत के गांव डिकाडला की एक फौजी की विधवा व् उसकी शादीशुदा बेटी फौजी की पत्नी का पिछले 5 दिनों से सामान सड़क के किनारे पड़ा है वह न्याय के लिए भटक रही है लेकिन कोई सुनने वाला नहीं है वहीं शुक्रवार को नारी तू नारायणी उत्थान समिति के अध्यक्ष सविता आर्य ने गांव पहुंचकर विधवा को न्याय दिलाने का भरोसा दिलाया। वहीं पुलिस बड़ी मुश्किल से इस मामले पर बोलने को तैयार हुई लेकिन कार्यवाही के नाम पर पल्ला झाड़ रही है।
कृष्णा देवी ने बताया कि गांव के ही एक दबंग व्यक्ति जो पुलिस प्रशासन में कार्यरत है वे व्यक्ति उसके मकान पर आया और उसके साथ मारपीट की उसी के साथ नहीं बल्कि उसकी बेटी के साथ भी मारपीट की उसको इतना मारा पीटा गया कि उसके 3 माह के बच्चे का भूर्ण भी इस पिटाई में गिर गया ।
अंजली का पति भी फौज के अंदर कार्यरत है पर उसकी पुकार सुनने वाला कोई नहीं पुलिस भी ढीला रवैया होने के कारण उनको दिन रात अपने सामान के साथ बाहर बैठकर गुजारा करना पड़ रहा है वहीं जब इस मामले में पुलिस प्रशासन से बात करनी चाहिए तो कोई भी बात करने को तैयार नहीं है।
मीडिया ने उस डॉक्टर से भी बात की जिसने अंजली के पेट में गर्भ होने के बारे में बताया उनका यह भी कहना था कि उसको बुरी तरीके से मारा पीटा गया था जिसके कारण उसका बच्चा अंदर ही खत्म हो गया।
डीएसपी ने बताया कि मामला संज्ञान में आने के बाद मामला दर्ज का लिया है जाँच की जा रही है जबकि ऐसे मामलों में सीधे कार्यवाही होनी चाहिए।
बहरहाल अब देखना ये होगा की बड़े बड़े दावे करने वाली हरियाणा पुलिस क्या इस फौजी परिवार को न्याय दिला पायेगी या फिर ये परिवार ऐसे ही सड़क पर रात बिताता रहेगा।