नेशनल डेस्क- देश में कोयले की कमी के कारण बिजली संकट लगातार बढ़ता जा रहा है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, देश में 20 थर्मल पावर स्टेशन बंद हो चुके हैं। इनमें 3 पंजाब में, चार केरल में महाराष्ट्र के 13 थर्मल पावर स्टेशन पर काम ठप है। वहीं संभावित बिजली संकट को देखते हुए कर्नाटक पंजाब के मुख्यमंत्रियों ने केंद्र से अपने राज्यों में कोयले की आपूर्ति बढ़ाने का अनुरोध किया है। केरल सरकार ने भी चेतावनी दी है कि उन्हें लोड-शेडिंग का सहारा लेना पड़ सकता है। वहीं दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने इस मामले में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से हस्तक्षेप करने की मांग की है।
बिजली मंत्रालय ने कहा कि कोल इंडिया लिमिटेड द्वारा कोयले की कुल आपूर्ति 15.01 लाख टन प्रतिदिन तक पहुंच गई। इस कारण खपत वास्तविक आपूर्ति के बीच अंतर कम हो गया। कोयला मंत्रालय सीआईएल ने आश्वासन दिया है कि, वे अगले तीन दिन में बिजली क्षेत्र में कोयले को बढ़ाकर 16 लाख टन प्रतिदिन करने के लिए भरपूर कोशिश कर रहे हैं, उसके बाद इसे बढ़ाकर 17 लाख टन प्रतिदिन किया जाएगा।
Read More Stories:
पावर प्लांट के पास कितना बचा कोयला?
बिजली संयंत्रों के पास करीब 72 लाख टन का कोयला भंडार है, जो चार दिन के लिए पर्याप्त है। कोल इंडियों के पास 400 लाख टन का भंडार है। जिसकी आपूर्ति बिजली संयंत्रों को की जा रही है। देश में कोयला आधारित बिजली उत्पादन इस साल सितंबर तक 24 प्रतिशत बढ़ा है। बिजली संयंत्रों को आपूर्ति बेहतर रहने की वजह से उत्पादन में बढ़ोतरी हुई है। बिजली संयंत्रों को प्रतिदिन औसतन 18.5 लाख टन कोयले की जरूरत होती है। दैनिक कोयला आपूर्ति करीब 17.5 लाख टन की है।