नेशनल डेस्क- सोशल मीडिया फेसबुक पर लोगों को बदनाम करने व ब्लैकमेल करने की आरोपी पानीपत की रेनू राना शनिवार को पुलिस जांच में नही हुई शामिल। सोशल मीडिया पर आए दिन ब्लैकमेल करने फ्रॉड़ करने की घटनाओं को अंजाम दिया जाता है। अब तो जैसे ये आम बात हो गई है। ऐसा ही एक मामला हरियाणा के पानीपत से सामने आया है जहां पर, फेसबुक तथा अन्य प्लेटफार्म पर आकर विभिन्न लोगों को बदनाम करने व ब्लैकमेल करने की आरोपी पानीपत की एक महिला रेनू राना को तफ्तीश करने के लिए पंचकूला साइबर क्राइम सैल की टीम में आज पानीपत महिला थाने में बुयाया गया।
सुबह 11:00 बजे का दिया था समय
पानीपत महिला थाने में पंचकूला साइबर क्राइम की टीम आरोपी रेनू राना के अनुरोध पर पहुंची थी। पुलिस ने सुबह 11:00 बजे का समय रेणु को दे रखा था। रेनू राना ने अपना फोन किसी दूसरे को दे रखा था जब जांच अधिकारी ने राणा के फोन पर संपर्क का प्रयास किया तो उन्हें बताया गया कि, वह अस्वस्थ है,नही आएगी। पंचकूला साईबर क्राइम सैल की टीम इन्स्पेक्टर मोहिंदर सिंह ढांडा के नेतृत्व में आई थी। एफआईआर नम्बर 58,धारा-आई टी एक्ट 67,384,500,506 आई पी सी ,दिनांक 8 फरवरी 2022 पुलिस स्टेशन सैक्टर-14,पंचकूला में मुख्य-अभियुक्त-रेणु राणा की तलाश पंचकूला पुलिस को है।
रेनू राना खुद को पानीपत की एक समाजसेवी बताती है। जबकि अतीत में खुद को आम आदमी पार्टी से संबंधित बताती रही है। आजकल यह खुद को इनेलो से संबंधित बता कर प्रचार कर रही है। रेनू राना तथा इसके परिवार के खिलाफ दहेज का एक मुकदमा देहरादून में इसकी भाभी शिवानी ने भी दर्ज करवा रखा है। बता दें, पंचकूला साइबर क्राइम सेल की जांच में रेणु राणा सहयोग नहीं किया तथा आज भी बहाना लगाते हुए आज भी नदारद रही।
बहाना लगाकर पुलिस को बिना सहयोग लौटी
प्राप्त जानकारी के अनुसार पंचकूला साइबर क्राइम सेल की विशेष टीम रेणु राण को जल्दी ही पुनः जांच में शामिल करवाएगी। रेनू राणा के खिलाफ पंचकूला के सेक्टर 14 के अंदर आईटी एक्ट तथा ब्लैक मेलिंग का एक मुकदमा 8 फरवरी को दर्ज हुआ था। प्राप्त जानकारी के अनुसार रेनू राना 2 दिन पहले इस मामले में पंचकूला पुलिस के पास इन्वेस्टिगेशन ज्वाइन करने के लिए गई थी ।मगर उस दिन तबीयत खराब होने का बहाना लगाकर पुलिस को बिना सहयोग की है लौट आई। आज शनिवार को भी पानीपत महिला थाने के अंदर पंचकूला साइबर क्राइम की टीम रेनू राना अनुरोध पर उसे जांच में शामिल करवाने के लिए पहुंची थी मगर जरूर आना काफी समय तक नहीं आई।
फेसबुक तथा अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर आकर बदनाम करने की कोशिश
प्राप्त जानकारियों के अनुसार रेनू राणा के खिलाफ पंचकूला सेक्टर 14 के पुलिस स्टेशन में एक मुकदमा वरिष्ठ पत्रकार चंद्रशेखर धरणी की शिकायत पर आईटी एक्ट की धारा 67 384 500 आईपीसी में दर्ज है। पुलिस इस मामले में जनता छानबीन कर रही है। मुकदमे के अंदर वरिष्ठ पत्रकार चंद्रशेखर धरनी ने पुलिस को बताया है कि रेनू राना सोशल मीडिया विशेषकर फेसबुक पर आकर अनाप-शनाप दुष्प्रचार उनके खिलाफ कर रही है तथा ऐसा ना करने की एवज में उसने उनसे 2 लाख रुपये ब्लैक मेलिंग करते हुए मांग की थी।
चंद्रशेखर धरनी रेनू राना को यह राशि देने से स्पष्ट मना कर दिया था। 24 नवंबर 2020 से लगातार रेनू राना फेसबुक तथा अन्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर आकर चंद्रशेखर धरनी को जहां बदनाम करने की कोशिश कर रही है वही उनकी छवि खराब करने का षड्यंत्र इसने किया है। इन्हीं आरोपों पर एफआईआर नम्बर 58,धारा-आई टी एक्ट 67,384,500,506 आई पी सी ,दिनांक 8 फरवरी 2022 पुलिस स्टेशन सैक्टर-14,पंचकूला में मुख्य-अभियुक्त-रेणु राणा के खिलाफ दर्ज है।
पुलिस की गिरफ्त से बचने के लिए लगातार बोल रही झूठ
कोई भी अपराधी कितना भी शातिर क्यों ना हो वह आखिर एक न एक दिन अपने कर्मों से पुलिस के शिकंजे में आ ही जाता है। रेनू राना वासी पानीपत द्वारा सोशल मीडिया का जिस प्रकार से दुरुपयोग तथा ब्लैक मेलिंग की जा रही है इसमें पंचकूला पुलिस को इसके खिलाफ अहम तथ्य सोशल मीडिया प्लेटफॉर्मस से मिल चुके हैं। रेनू राना पुलिस की गिरफ्त से बचने के लिए लगातार पंचकूला पुलिस से झूठ बोलती आ रही है। जबकि दूसरी तरफ रेनू राना मुकदमा दर्ज होने के बाद भी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर अभी तक अपनी ब्लैकमेलिंग की प्रैक्टिस को बंद नहीं कर रही है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार पंचकूला साइबर क्राइम सेल की स्पेशल टीम दोपहर को जब महिला थाना पानीपत से वापस लौट गई उसके बाद रेनू राना पानीपत सिविल अस्पताल अपने भाई के साथ एक कार में पहुंची तथा मेडिकल बनवाने की नियत से इलाज करवाने के लिए वहां देखी गई।