नेशनल डेस्क- यूक्रेन-रूस के बीच चौथे दिन की जंग जारी है। रूसी सेना जहां यूक्रेन पर ताबड़तोड़ हमले कर रही है, वहीं अब मसला बातचीत की टेबल पर लाने के प्रयास भी जारी हैं। इधर यूक्रेन के हालात पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नई दिल्ली में हाई लेवल मीटिंग की। यह बैठक 2 घंटे चली। नरेंद्र मोदी ने बैठक में भारतीय छात्रों की सुरक्षा और निकासी पर जोर दिया। इस बैठक का एजेंडा यूक्रेन में फंसे छात्रों की सुरक्षित वापसी था। विदेश सचिव ने प्रेजेंटेशन दिया।
छात्रों की सुरक्षा और निकासी प्राथमिकता
इस दौरान पीएम मोदी ने कहा, यूक्रेन में फंसे छात्रों की सुरक्षा और निकासी प्राथमिकता है। छात्रों की निकासी में तेजी लाने के लिए यूक्रेन के पड़ोसी देशों के साथ और ज्यादा सहयोग बढ़ाया जाएगा। यूक्रेन में रूस युद्ध से पहले 20000 हजार भारतीय मौजूद थे। इनमें से 4000 यात्री युद्ध शुरू होने से पहले भारत आ गए। युद्ध शुरू होने के बाद भारत ने नागरिकों की वतन वापसी के लिए ऑपरेशन गंगा शुरू किया है। इसके तहत अभी तक चार फ्लाइटों ने उड़ान भरी है।
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पहली उड़ान में 270 भारतीयों को लेकर मुंबई पहुंची थी। इसके बाद दूसरी उड़ान में 250 भारतीय और तीसरी में 240 यात्री भारत पहुंचे। चौथी फ्लाइट ने 198 भारतीयों को बुकारेस्ट से दिल्ली के लिए उड़ान भरी है। दरअसल, रूस के हमलों के बाद यूक्रेन ने अपनी हवाई सीमाओं को बंद कर दिया था। ऐसे में भारतीय नागरिकों को यूक्रेन से सड़क रास्तों से हंगरी, पोलैंड, स्लोवाकिया और रोमानिया लाया जा रहा है। जहां से फ्लाइट से वे भारत आ रहे हैं।