पंजाब डेस्क- पंजाब में कांग्रेस कमेटी के प्रधान नवजोत सिंह सिद्धू को चुनावी हार के बाद लोगों की याद आ गई है। मतदान के लिए लोगों का आभार व्यक्त करने के लिए शुक्रवार दोपहर को सिद्धू वेरका पहुंचे और विभिन्न वार्डों में जाते हुए उन्होंने उनके पक्ष में मतदान करने के लिए लोगों का आभार व्यक्त किया। बता दें, सिद्धू को मिली हार में उनकी हलके के लोगों से रही दूरी को अहम कारण मान जा रहा था और चुनाव में उन्होंने अपनी यह गलती स्वीकार भी की थी कि वह लोगों से दूर रहे और भविष्य में ऐसा नहीं होगा।
पंजाब के साथ खड़े थे और पंजाब के साथ खड़े रहेंगे
सिद्धू ने कहा कि, पंजाब के साथ खड़े थे और पंजाब के साथ खड़े रहेंगे। जो पंजाब से इश्क करता हो, वह हार जीत नहीं देखता। जिन्होंने सिद्धू को हराने व नीचा करने का प्रयास किया वह खुद कुंए में गिर गए। इसमें तीन-चार तो मुख्यमंत्री निपट गए। जो जैसा बोएगा, वो वैसा ही काटेगा। जिसके साथ वाहेगुरु का आशीर्वाद है, उसका कोई बाल बांका नहीं कर सकता।
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उन्होंने कहा कि, मैं आज भी अपने उद्देश्य के साथ खड़ा हूं। यह राजनीति बदलाव की थी, इसके लिए पंजाब के लोगों को बधाई है कि उन्होंने इतना इच्छा निर्णय लेकर पंजाब के रिवायती सिस्टम को बदलकर नवीनीकरण किया है। लोग कभी गलत नहीं होते। सिद्धू ने कहा कि लोगों की आवाज परमात्मा की आवाज होती है, उसे स्वीकार करना चाहिए।
इससे पहले, वीरवार को आम आदमी पार्टी की जीवन जोत कौर से मिली हार के बाद सिद्धू और उनकी पत्नी डा. नवजोत कौर सिद्धू अपनी कोठी में ही कैद रहे। पूरा दिन कोठी पर सन्नाटा छाया रहा और शुक्रवार दोपहर तक भी यही आलम रहा। उनके घर पर किसी को अंदर जाने की अनुमति नहीं दी जा रही है। सिद्धू की हार से उनके समर्थक भी निराशा में डूब गए हैं।