नेशनल डेस्क- दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने प्रदूषण के बारे में बताया कि, 15 सितंबर से अभी तक दिल्ली में प्रदूषण की स्थिति ठीक है। आसपास के राज्यों और केंद्र सरकार को हमने कई बार कहा, लेकिन उन्होंने कुछ नहीं किया। पराली को भी अब जलने से रोकना होगा। जिस तरह दिल्ली सरकार अपने किसानों के खेतों में मुफ्त बायो डी-कंपोजर का छिड़काव कर रही, बाकी राज्य सरकारें भी छिड़काव करें। आगे उन्होंने कहा कि, हमने सर्दियों के लिए 10 सूत्रीय एक्शन प्लान बनाया है। पूसा की मदद से बायो डी-कंपोजर बनाया है। दिल्ली के अंदर सरकार किसानों के खेतों में मुफ्त बायो डी-कंपोजर का छिड़काव करेगी।
प्रदूषण रोकने के लिए 75 टीमों का गठन
निर्माण स्थलों पर धूल प्रदूषण रोकने के लिए 75 टीमों का गठन किया गया है। अगर किसी निर्माण स्थल पर प्रदूषण नियमों का उल्लंघन पाया गया तो भारी जुर्माना लगाया जाएगा। कूड़े को जलाने से रोकने के लिए 250 टीमों की पेट्रोलिंग शुरू की गई है। कहीं पर कूड़ा जलते पाया गया तो उसे रोका जाएगा और जुर्माना लगाया जाएगा। पटाखों पर रोक लगाई गई है। अरविंद केजरीवाल ने कहा स्मॉग टावर का अध्ययन किया जा रहा है। अगर योजना सफल रही तो दिल्ली में दूसरी जगहों पर भी स्मॉग टावर लगाए जाएंगे। प्रदूषण के हॉटस्पॉट पर निगरानी रखने के विशेष टीमें बनाई गई हैं।
प्रदूषण के ख़िलाफ़ सरकार का प्लान
- पराली के लिए बायो डी-कंपोजर
- धूल के प्रदूषण पर कार्रवाई
- कूड़ा जलाने पर जुर्माना
- पटाखों पर प्रतिबंध
- स्मॉग टॉवर
- हॉटस्पॉट की निगरानी
- ग्रीन वॉर रूम
- ग्रीन दिल्ली ऐप
- भारत का पहला ई-वेस्ट पार्क
- वाहनों के प्रदूषण पर लगाम
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ग्रीन वॉर रूम को और बेहतर किया जा रहा, 50 नए पर्यावरण इंजीनियर की भर्ती की गई है। ग्रीन दिल्ली एप लगातार काम कर रहा है, प्रदूषण की शिकायत एप पर करें। उन्होंने बताया कि, देश का पहला ई-इको वेस्ट पार्क 20 एकड़ में बनाया जा रहा है। वाहनों से होने वाले प्रदूषण को रोकने के लिए 64 सड़कों की पहचान की गई है, जहां पर ज्यादा जाम लगता है, जिसकी वजह से प्रदूषण होता है।