नेशनल डेस्क: Tokyo Olympics 2020 से भारत के लिए निराशजनक खबर सामने आई है। दरअसल, भारतीय महिला मुक्केबाज मैरी कॉम महिलाओं की 51 किलो कैटेगरी में बाहर हो गई हैं। प्री-क्वार्टर फाइनल में उन्हें कोलंबिया की बॉक्सर से हार झेलनी पड़ी। कोलंबिया की इनग्रिट वेलेंसिया ने अंतिम-16 के मुकाबले में उन्हें बंटे हुए फैसले में 3-2 से हरा दिया।
भारत के पदक की एक बड़ी उम्मीद भी हुई खत्म
यह उनका आखिरी ओलिंपिक था। इस हार के साथ ही मैरी कॉम का ओलिंपिक खेलों में सफर समाप्त हो गया। साथ ही भारत के पदक की एक बड़ी उम्मीद भी समाप्त हो गई। बता दें भारत की ओर से मैरीकॉम भी पदक की बड़ी दावेदार थीं लेकिन ये अनुभवी बॉक्सर टोक्यो में सिर्फ एक जीत ही हासिल कर सकीं और दूसरे मुकाबले में उन्हें हार मिली।
मैरी कॉम छह बार की वर्ल्ड चैंपियन रही हैं
38 साल की मैरी कॉम छह बार की वर्ल्ड चैंपियन रही हैं और भारत की सबसे बड़ी महिला मुक्केबाज हैं। मुकाबले के बाद मैरी कॉम भावुक दिखीं। मैच के नतीजे का ऐलान जब किया गया तब भी उन्होंने खुशी जताई थी जबकि रेफरी ने कोलंबियन मुक्केबाज को विजेता करार दिया था। इस दौरान मैरी कॉम लगातार मुस्कुरा रही थी। मैच के बाद वह काफी थक गई थीं लेकिन फिर भी अपनी प्रतिद्वंदी के साथ गर्मजोशी से गले मिली और जीत की बधाई दी।
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