भिवानी, 19 सितम्बर (अमन शर्मा): प्रदेश भर में नगरपालिका कर्मचारी एक बार फिर सरकार से टकराव का शंखनाद करने वाले हैं। आज भिवानी में सफाई कर्मचारी संघ व सर्व कर्मचारी संघ ने अपनी मांगों पर सरकार की वादा खिलाफी को लेकर पत्रकार वार्ता की और सरकार को अल्टीमेटम के साथ आंदोलन की चेतावनी दी है।
बता दें पहले भी सफाई कर्मचारी काम छोड़कर हड़ताल पर जा चुके हैं उस दौरान पूरे प्रदेश में सफाई व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई थी। यदि सफाई कर्मचारी फिर से सफाई व्यवस्था बंद कर हड़ताल पर उतर आए तो प्रदेश में एक बार फिर मई माह जैसी स्थिति उतपन्न हो सकती है। सफाई कर्मचारियों का हड़ताल पर जाना जिला प्रशासन व नगर परिषद् के लिए फिर से मुसीबत बन सकता है।
पत्रकार वार्ता के दौरान संघ के नेताओं ने कहा कि प्रदेश सरकार ने उनके साथ वादा खिलाफी की है। जिसके कारण उन्हें मजबूरन फिर से अंदोलन करना पड़ रहा है। उन्होंने बताया कि 21 से 25 सितम्बर तक 12-12 घंटे की भूख हड़ताल की जाएगी और अगर फिर भी सरकार ने उनकी मांगे नहीं मानी तो 1 अक्टूबर से 5 अक्टूबर तक प्रदेश में पूर्ण रूप से हड़ताल होगी। उन्होंने कहा कि सरकार के आश्वाशन पर उन्होंने आंदोलन वापिस लिया था, लेकिन सरकार ने उनकी मांगों पर कोई ध्यान नहीं दिया है।
वही सर्वकर्मचारी संघ के नेता सुखदेव ने कहा कि सरकार की वादाखिलाफी को लेकर हम 23 सितमबर को सभी कैबिनेट मंत्रियों का घेराव करेंगे। उन्होंने बताया कि कर्मचारियों की 18 सूत्री मांगे हैं जिन्हें सरकार जल्द पूरा करे ,नहीं तो प्रदेश में 15 नवंबर को हड़ताल रहेगी।
बता दें इससे पहले सफाई कर्मचारियों के हड़ताल पर जाने से प्रदेश में गंदगी के ढेर लग गए थे। नौबत यह आ गई थी कि परिषद चेयरमैन ,जिला प्रशासन अधिकारीयों व समाज सेवियों को सफाई व्यवस्था के लिए आगे आना पड़ा था। सफाई कर्मचारी एक बार फिर सरकार से भिड़ने के मूड में है। जिसकी चेतावनी भी उन्होंने सरकार को दी है। अब देखना यह है कि प्रदेश सरकार सफाई कर्मचारियों की मांगों को कितना तवज्जो दे पाती है।