भिवानी 30 अगस्त : सरकार बेशक सड़क सुरक्षा को लेकर बड़े बड़े दावे करती हो लेकिन सरकार द्वारा किए गए दावों को सरकार की ही एजेंसी के लोग झुटलाने में लगे हैं। हुआ यूँ कि पत्रकारों ने जब रोड पर दौड़ती रोडवेज की बसों को देखा तो रोडवेज के किसी भी ड्राइवर ने सीट बेल्ट नहीं लगाई हुई थी जोकि साफ़ साफ़ यातायात नियमों की उलंघना हैं।
वहीँ जब ड्राइवरों से सीट बेल्ट न लगाने के बारे में सवाल किया गया तो सब अपना बचाव करते नजर आए। आई सुनते है इस बारे में रोडवेज बस के ड्राइवरों ने क्या क्या कहा सीट बेल्ट न लगाने के बारे में।
यहाँ हम केवल सरकारी बस ड्राइवर की ही बात नहीं कर रहे बल्कि प्राइवेट बस चालक भी यातायात नियमों की धज्जियां उड़ाते ही दिखाई दिए। चाहे फिर बात सरकारी बस ड्राइवर की हो या फिर प्राइवेट बस ड्राइवर की नियम और कानून तो सब के लिए एक ही हैं। लेकिन सड़क सुरक्षा के लिए बनाए गए इन नियमों को न तो सरकारी बस चालक ही फॉलो करते नजर आए और न ही प्राइवेट बस चालक।
वहीं जब इस बारे में रोडवेज यातायात प्रबधक कुंवर भरत परमार से बात की गई तो उन्होंने बताया कि प्रतिदिन बस निकलने से पहले सबकों सड़क सुरक्षा नियमों का पालन करने के निर्देश दिए जाते हैं। जिसकी समय समय पर जांच भी की जाती है। अगर कोई बिना सीट बेल्ट के जाता है तो करवाई भी की जाती है।
प्रशासन द्वारा बनाए गए सड़क सुरक्षा के कानून के बावजूद भी सरकारी बस चालक ही नहीं प्राइवेट बस चालक भी नियमों का पालन करते नहीं दिखाई दिए। बता दें यातायात नियम सड़क सुरक्षा को ध्यान में रखकर बनाए गए हैं जोकि अपनी सुरक्षा के साथ साथ दूसरों की सुरक्षा के लिए भी जरुरी है।