यमुनानगर- भ्रष्टाचार पर लगाम लगाने के लिए सरकार भले कितना ही प्रयास कर ले, लेकिन जिन सरकारी बाबुओं को घूस लेने की पुरानी आदत पड़ी हुई हैं, वह अभी भी अपनी हरकतों से बाज़ नही आ रहें हैं। ताजा उदाहरण यमुनानगर नगर-निगम का हैं जहां घूसखोरों ने एक गरीब महिला को भी नही बक्शा, इंद्र कुमारी नामक इस महिला का आरोप हैं कि इसकी घोड़ी घास चरते-चरते स्टेडियम में चली गई थी, जहां से निगम कर्मचारी उसे पकड़कर अपने साथ ले आएं थे। महिला जब निगम पहुंची तो घोड़ी की आंख से पानी आ रहा था यह देखकर महिला घबरा गई, और घोड़ी को अपने साथ ले जाने के जल्दी करने लगी। निगम कर्मचारियों पर आरोप हैं कि उन्होंनें महिला को यह बोलकर 12 हजार रूपए मागें, कि अगर वह नियम कायदों पर चलेगी तो घोड़ी छुड़वाने में भी कई दिनों का समय लग जाएगा और इसमें उसके 15 हजार रूपए भी खर्च हो जाएंगे। महिला की माने तो रणधीर नामक एक निगम कर्मचारी ने उसे झांसें में लेकर कहा कि अगर वह उसे 12 हजार रूपए दे देती हैं, और इस बारे किसी से भी जिक्र नही करती तो वह उसे उसकी घोड़ी साथ की साथ सौंप देंगे। आरोप हैं कि इस गरीब एवं अनपढ़ महिला को झांसें में लेकर निगम अधिकारियों ने रणधीर नामक एक कर्मचारी के माध्यम से इससे कुल 12 हजार रूपए ऐंठ लिए और छह सौ रूपओं की रसीद पर हस्ताक्षर करवा लिए। इंद्र कुमारी घोड़ी को लेकर जब अपने घर पहुंची और डाक्टर से संपर्क किया तो उसे पता चला कि घोड़ी की आंख में गंभीर चोट आई हुई थी, जिसके बाद से बेसुद होकर यह महिला उस कर्मचारी को ढूंढ रही हैं जिसने इसकी घोड़ी की आंख फोड़ी हैं।