चंडीगढ़। दीनदयाल अंतोदय योजना: राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन के तहत शहरी गरीब लोगों को आवास, रोजगार, प्रशिक्षण, अवसर मुहैया कराने की प्रक्रिया में हरियाणा ने अपनी रैंकिंग में बडा सुधार किया है। शहरी क्षेत्रों में बुनियादी सुविधाओं को सुदृढ करने की प्रक्रिया में हरियाणा अब देश में 11 वें स्थान पर पहुंच गया है, जो कि पहले 28 वें स्थान पर था।
शहरी स्थानीय निकाय मंत्री कविता जैन ने बताया कि शहरी क्षेत्रों में गरीबी तबके को आजीविका के अवसर सुलभ कराने तथा बुनियादी आवश्यक्ताओं को मजबूती से पूरा करने की दिशा में हरियाणा को बड़ी कामयाबी मिली है। हरियाणा देशभर में शहरी गरीबों को आजीविका के अवसर मुहैया कराने में चंडीगढ, राजस्थान, उत्तराखंड, दिल्ली, जम्मू एवं कश्मीर से आगे रहा है। मंत्री कविता जैन ने बताया कि हरियाणा ने सामाजिक बंधन मजबूत करने तथा संस्थागत विकास के मकसद से वर्तमान वर्ष में अब तक 571 स्वयं सहायता समूहों का गठन करवाते हुए 104 को राशि उपलब्ध कराई जा चुकी है। कौशल विकास एवं रोजगार में स्थापित करने के लिए वर्तमान वर्ष में 8500 युवाओं का लक्ष्य रखा गया है, जिसमें 2839 अपना प्रशिक्षण पूरा कर चुके हैं और 3453 का प्रशिक्षण चल रहा है, अब तक 271 युवाओं को रोजगार मुहैया कराया जा चुका है। स्वरोजगार कार्यक्रम के तहत 3407 युवाओं को प्रायोजित किया गया है, जिसमें 335 युवाओं का ऋण मंजूर हो चुका है और 221 को यह राशि जारी भी की जा चुकी है। स्वरोजगार कार्यक्रम (समूह) में 112 स्वयं सहायता समूहों को प्रायोजित किया है, जिसमें 22 का ऋण मंजूर हो चुका है।
उन्होंने बताया कि प्रदेश की सभी 80 पालिकाओं में प्रधानमंत्री शहरी आवास योजना के तहत डिमांड सर्वे किया जा चुका है, जिसमें 3.30 लाख लोगों ने आवेदन किया है। पालिकाएं अपने स्तर पर इनकी जांच पडताल कर रही हैं, जिसके बाद विस्तृत कार्य योजना तैयार करके केंद्र सरकार को बजट के लिए भेजी जाएगी । प्रदेश के 18 शहरों में राष्ट्रीय शहरी आजीविका मिशन के तहत सडक किनारे सामान बेचने वालों के लिए स्ट्रीट वैंडिंग पालिसी के तहत टेंडर अलाट किया जा चुका है, जिसके तहत सर्वे करके इन लोगों को योजनाबद्ध तरीके से रेहडी खडा करने के लिए स्थान मुहैया कराते हुए सामाजिक तौर पर संरक्षित किया जाएगा।