अम्बाला, 8 अगस्त : जम्मू कश्मीर के गुरेज सेक्टर में आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में देश के 4 ओर जवान शहीद हो गये। शहीदों में अंबाला के तेपला का रहने वाला लांस नायक विक्रमजीत भी आतंकवादियो से लोहा लेते हुए वीरगति को प्राप्त हो गया। बहुत ही गरीब परिवार का विक्रम 5 साल पहले ही सेना में भर्ती हुआ था उसका छोटा भाई भी भारतीय सेना में है। शहीद विक्रम की शादी को 7 महीने ही हुए थे। बताया जा रहा है कि विक्रमजीत की पत्नी गर्भवती है जोकि अपने पति की छुट्टी का इंतजार कर रही थी लेकिन उसका इंतजार अधूरा रह गया। विक्रमजीत घर आएगा तो सही लेकिन तिरंगे में लिपटा हुआ।
इन तस्वीरों में जो मंजर आप देख रहे हैं यह मंजर अंबाला के गांव तेपला का है जिसके 250 से अधिक युवा भारतीय सेना में जाकर भारत माता की सेवा कर रहे हैं। इसी गांव का एक जवान विक्रमजीत सिंह मंगलवार सुबह जम्मू कश्मीर के गुरेज सेक्टर में आतंकवादियों के साथ हुई मुठभेड़ में शहीद हो गया। मात्र 26 साल की उम्र में लांस नायक विक्रमजीत सिंह देश के दुश्मनों से मुकाबला करते हुए शहीद हो गया। बेटे को खोने का गम पिता की आंखों से साफ़ झलक रहा था तो वहीं दूसरी तरफ माँ का रो रो कर बुरा हाल है।
विक्रम जीत का छोटा भाई भी सेना में जो अरुणाचल प्रदेश में तैनात है। भाई की शहादत की खबर मिलते ही वो भी अंबाला के लिए रवाना हो चुका है। विक्रमजीत की माँ ने रोते बिलखते हुए बताया कि इसी साल 14 जनवरी को विक्रमजीत की शादी हुई थी और वो मॉर्च में छुट्टी काटकर वापिस गया था। उसकी पत्नी हरप्रीत कौर पेट से है जिसकी अक्टूबर में डिलीवरी है। इस खुशी के मौके पर उसे छुट्टी आना था। पर अब ये मनहूस खबर आ गयी। विक्रमजीत की मां ने कहा कि इस बुरी खबर को उन्होंने अपने कानों से सुना। सुबह उसकी यूनिट से फोन आया तो कलेजा धड़क उठा। फोन करने वाले ने उसकी शहादत की खबर दी तो पैरों तले से जमीन खिसक गई और सिर पर आसमान टूट गया। विक्रमजीत की मां ने कहा कि आतंकवाद ने उनकी कोख सूनी कर दी है। इसका अब ईलाज होना चाहिए।
विक्रमजीत की शहादत की खबर पाकर सामाजिक और राजनीतिक जगत के लोग उसके गांव तेपला पहुंचे। इनैलो के प्रदेश प्रवक्ता विवेक चौधरी ललाना ने शहीद के पिता को तिरंगा भेंटकर अपनी संवेदनाएं व्यक्त कीं और उनके पांवों में माथा टेक शहीद के पिता को नमन किया।
शहीद विक्रमजीत का शव 2 बजे तक अंबाला पहुंचने की उम्मीद है। चार्टड प्लेन के जरिए शहीद का शव अम्बाला लाया जाएगा। बता दे यह चार्टड प्लेन पहले दिल्ली महाराष्ट्र के जवानों के शवों को उतरेगा , उसके बाद देहरादून 2 शव उतारे जाएंगे , आखिर में अंबाला कैंट पहुँचेगा विक्रमजीत का शव फिर सड़क के रास्ते सेना ले जाएगी शव तेपला गांव।