गुरुग्राम,26 जून। स्वास्थ्य विभाग की टीम ने मंगलवार को गुरुग्राम के गांव नौरंगपुर स्थित श्रीश्याम अस्पताल में दो झोलाछाप डॉक्टर सतीश व देवकुमार को गर्भपात करने के आरोप में पकड़ा है। खेड़की दौला थाने की पुलिस टीम ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया है। उन्हें बुधवार को अदालत में पेश किया जाएगा। उनके पास से महिला (नकली ग्राहक) द्वारा दी गई रकम भी बरामद हुई है।
सिविल सर्जन डॉ. गुलशन अरोड़ा ने बताया कि जानकारी मिली थी कि ये लोग गर्भपात कराते हैं जिसके बाद योजना के तहत टीम ने सोमवार को नकली ग्राहक भेजा था। डॉक्टरों ने मंगलवार को ग्राहक को बुलाया था और गर्भपात करने के लिए 25 हजार रुपये फीस तय हुई थी। छापा टीम में शामिल डिप्टी सिविल सर्जन डॉ. सरयू शर्मा ने बताया कि जो महिला गर्भपात कराने के लिए भेजी गई थी उसे 25 हजार रुपये दिए गए थे। वो 25 हजार रुपये देवकुमार व सतीश से प्राप्त हुए हैं।
जिला ड्रग्स अधिकारी अमनदीप चौहान ने बताया कि चार एमटीपी किट नकली डॉक्टरों की कार से प्राप्त हुई है जिससे गर्भपात कराया जाता है। उन्होंने कहा कि अस्पताल में जांच में पाया है कि दोनों ने सुबह किसी महिला का गर्भपात किया है। वहां मिली एमटीपी किट पर खून लगा हुआ था और पकड़े गए दोनों लोग स्वीकार कर रहे हैं कि सुबह एक महिला का गर्भपात किया है। चौहान ने कहा कि किट की जांच कराने के लिए भेजा जाएगा और अब महिला कौन थी यह पुलिस जांच में पता चलेगा।
जिला स्वास्थ्य विभाग टीम ने वर्ष 2015 में भ्रूण लिंग जांच व गर्भपात करने वालों के खिलाफ अभियान शुरू किया था और अभी तक शहर व आसपास के शहरों में 31 छापेमारी की जा चुकी है। इसमें 55 के करीब लोगों को जेल भेजा जा चुका है। सिविल सर्जन डॉ. गुलशन का कहना है कि हमारी टीम पहले ही इस तरह का काम करने वालों की शहर व आसपास के शहरों तक कमर तोड़ चुकी है और जो ऐसा काम कर रहे हैं वो जेल से ज्यादा दिन बच नहीं सकते हैं।