गुरुग्राम ,18 जून (सतीश ) : साइबर सिटी गुरुग्राम का ये मामला कुछ ऐसा है की सरकार जब भी कोई फ्लैट किसी बीपीएल वर्ग के वयक्ति को आलोट करता है तो पांच साल तक कोई भी उसे न तो बेच सकता है न खरीद सकता है मगर गुरुग्राम में इन् फ्लैटों की खरीद फरोख्त धड़ल्ले से चल रही है इस पूरे मामले जानकारी आरटीआई के दवारा लगी है जिसमे कई फ्लैट दिन के दिन ही बेच दिए गए है और कुछ फ्लैट 15 दिन के भीतर बेचे गए है इस पूरी मामले की शिकायत जिला प्रशासन को की गयी तो इनफार्मेशन अफसर ने संज्ञान लेते हुए अपनी कोर्ट में इस मामले के दोषीओ को बुलाकर सुनवाई की जिसका फॉईसला आना अभी बाकी है
हालांकि इस मामले की जानकारी जब गुरुग्राम के एसडीएम को दी गयी तो उन्होंब बतलाया की ऐसी शिकायती लगातार उनके पास आरही है मगर सरकार द्वारा जिलाप्रशासन और तहसीलदार के पास ऐसी कोई गाइडलाइन नहीं की इन फ्लैट की रजिस्ट्री नहीं की जासके इस लिए कोई भी एक्शन लेने से पहले सरकार का पक्ष का इन्तजार गुरुग्राम प्रशासन कर रहा है
इस पूरी घटना को देखती हुए यह तो साफ़ होता नजर आरहा है की इस पूरे गोरख धंधे में बड़े अधिकारिओ की मिली भगत है क्योकि इन EWS फ्लैट के अलॉटमनट लेटर पर साफ़ तोर लिखा की इन फ्लैट्स को पांच साल तक न तो बेचा जासकता है और न खरीदा मगर फिर भी तहिस्दार और आला अधिकारी नए नए तरीको से इन प्लाट को बेच रहे है