मुजफ्फरनगर, 7 जून। शहर में मानवता उस समय शर्मसार हो गई जब दो दिन की बच्ची बीच गल्ली एक अनजान घर के बाहर गर्म कंबल में लिपटी हुई मिली बच्ची बिलख बिलख कर रो रही थी। पर उसे चुप करवाने वाली उसकी माँ उसके पास नहीं थी। बच्ची के रोने की आवाज सुन कर वहां लोगों की भीड़ जमा हो गई। लोगों ने 100 नंबर पर इसकी सुचना दी। पुलिस ने तत्काल नवजात को जिला चिकित्सालय में भर्ती कराया। मासूम की हालत गंभीर है और उसे चाइल्ड केयर यूनिट में रखा गया है।
घटना बुधवार सुबह करीब पांच बजे की है। खालापार की गुल्लर वाली गली में इसरार इलाही के घर की दहलीज के बाहर अचानक एक नवजात के रोने की आवाज सुनाई दी। इसरार की पत्नी फैमिदा ने दरवाजा खोला। देखा कि दरवाजे के बाहर कंबल में लिपटी एक बच्ची बिलख रही थी।
चारों तरफ देखा, मगर कोई नजर नहीं आया। शोर शराबा हुआ और गली में भीड़ जुटने लगी। बच्ची किसकी है, कौन छोड़ गया है, किसी ने देखा है, जैसे सवाल भीड़ में उठने लगे। जवाब किसी के पास नहीं था। कोई रास्ता नहीं सूझा तो डायल 100 को इत्तला दी गई, तब तक दिन निकल चुका था।
मौके पर एसआई साधु सिंह, सिपाही नौनिहाल सिंह, जीप चालक मनीष पहुंच गए। टीम ने खालापार चौकी प्रभारी विनय शर्मा को बुला लिया। पुलिस ने तत्काल मासूम को स्वामी कल्याण देव राजकीय जिला चिकित्सालय की चाइल्ड केयर यूनिट में भर्ती कराया।
सीसीटीवी कैमरे ने नवजात बच्ची को छोड़ कर जाने का राज खोल दिया है। कोतवाली सिटी प्रभारी अनिल कपरवान ने घटना की तहकीकात शुरू की तो गली में एक मकान के बाहर कैमरा लगा मिला। फुटेज देखी गई तो सच्चाई सामने आ गई।
एक कार की खिड़की से एक महिला बच्ची को इसरार इलाही के बाहर रख रही है। महिला कार में आगे की सीट पर बाईं ओर बैठी थी। पुलिस जांच में सामने आया है कि कार हरियाणा के नंबर की है। पुलिस रजिस्ट्रेशन नंबर के आधार पर कार मालिक को तलाश कर रही है, ताकि बच्ची को यहां रखने वाली महिला तक पहुंचा जा सके।
सोचने वाली बात ये है कि किसी महिला का दिल इतना पत्थर कैसे हो सकता है कि वो छोटी से बच्ची को कहीं भी छोड़ दे बच्ची के साथ कोई भी अनहोनी हो सकती थी। ये जानते हुए महिला नन्ही सी जान को जिसने अभी दो दिन पहले ही इस दुनियां में अपनी ऑंखें खोली उसे बीच सड़क छोड़ गई।