4 जून । 1 जून से 10 जून तक पुरे देश के किसान हड़ताल पर है जिसके चलते किसानों ने गांवों से शहरों में होने वाली सब्जियों और दूध की सप्लाई पर रोक लगाई हुई है। किसान आंदोलन के पहले दिन ही कई जिलों में किसानों ने जबरन वाहनों को रुकवा कर उनका सामान जोकि शहर जा रहा था उसे सड़कों पर गिरा दिया और साथ ही वाहन चालकों के साथ मारपीट का मामला भी सामने आया था। वहीं एक बार फिर किसानों ने अपने आंदोलन के दौरान कानून को हाथ में लेते हुए पंजाब के बरनाला जिले के गांव वजीदके कला में एक दूध लेकर आ रहे हैं दोधी की पिटाई की और उसका सारा दूध भी सडक पर बिखेर दिया जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है।
किसान आंदोलन के नाम पर किसानों की मनमानी किसी भी तरीके से सही नहीं कही जा सकती और अपनी मांगों को लेकर किसी दूसरे का नुकसान करना या उसे किसी भी प्रकार की हानि पहुँचाना और किसी के साथ मारपीट करना कानून की उलंघना है। कोई भी आंदोलन या किसी प्रकार का विरोध कानून को हाथ में लेने की इजाजत नहीं देता।