चंडीगढ़, 28 मई। शुगर एक ऐसी बिमारी जिससे देश की करीब आधी आबादी पीड़ित है। इसी शुगर रोग को कंट्रोल करने का दावा चंडीगढ़ की ”जीवन संचार वेलफेयर एंड चैरिटेबल” सोसाइटी के द्वारा किया गया है। दरअसल यह सोसाइटी पिछले काफी समय से आयुर्वेदिक औषधियों के माध्यम से शुगर रोगियों की शुगर को कंट्रोल करने का निशुल्क काम कर रही है। देश को शुगर रोग से मुक्त करवाने के उदेश्य से रविवार को चंडीगढ़ में इस सोसाइटी की तरफ से मुफ्त शुगर कैंप का भी आयोजन किया गया। शिविर में शुगर रोगियों का चैकअप करने के पश्चात उन्हें निशुल्क दवाइयां भी उपलब्ध करवाई गई। इस कैंप में पार्षद गुरबक्श रावत ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की और अपना शुगर चैकअप भी करवाया।
पार्षद गुरबक्श रावत ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि आयुर्वेद इंसान को कुदरत का दिया एक वरदान है और जीवन संचार वेलफेयर एंड चैरिटेबल सोसाइटी की देश को शुगर रोग मुक्त करने की मुहीम इसके रोगियों के लिये आशा की एक किरण है।
वरदान आयुर्वेदिक की मैनेजिंग डायरेक्टर सुभाष गोयल का कहना था कि आयुर्वेदिक ओषधियो का इस्तेमाल अगर सही ढंग एवं सही विधि से किया जाये तो यह कई लाईलाज़ बीमारियों को कंट्रोल करने एवं जड़ से खत्म करने में सहायक साबित हो सकता है। जीवन संचार वेलफेयर एंड चैरिटेबल सोसाइटी की तरफ से देश को शुगर मुक्त करने की मुहिम में यह कैम्प एक पायदान है। इस मुहीम में सोसाइटी और वरदान आयुर्वेदिक शुगर के रोगियों को ताउम्र निशुल्क दवाई देने का काम करेंगे और इस दवाई का कोई साइड इफ़ेक्ट भी नही है बस कुछ ऐतिहात बरतने की जरूरत है।