चंडीगढ,27मई। हरियाणा के कैथल से विधायक और पूर्व मंत्री रणदीप सुरजेवाला भले ही अभी अखिल भारतीय कांग्रेस के मीडिया प्रभारी है लेकिन उनकी नजर हरियाणा के मुख्यमंत्री पद पर है। सुरजेवाला ने रविवार को अपनी इस इच्छा का खुलासा नारनोंद के गांव खेडी चोपटा में आयोजित किसान युवा अधिकार रैली में कर दिया।
सुरजेवाला ने इस रेली को संबोधित करते हुए कहा कि मैंने बहुत सारे नेताओं की मुख्यमंत्री बनने में मदद की है। अब मुझे मौका दिया जाए। उन्होंने कहा कि भाजपा के राज में किसान खून के आंसू पीने को मजबूर है। कांग्रेस की सरकार बनते ही किसानों व गरीबों के पचास हजार रूपए तक के कर्ज माफ किए जायेंगे। हरियाणा में भाजपा सरकार ने युवाओं के साथ भद्दा मजाक किया है।
केन्द्र और हरियाणा में सत्तारूढ भाजपा पर प्रहार करते हुए रैली में मुख्य अतिथि सुरजेवाला ने कहा कि जब देश के 12 उद्योगपतियों के 2 लाख 41 हजार करोड के कर्ज माफ किए गए तब बाजार के भाव क्यों नहीं बिगडे। जब नीरव मोदी 14 हजार करोड,विजय माल्या 9 हजार करोड और जतिन मेहता 8 हजार करोड रूपए ले भागे तब बाजार भाव क्यों नहीं बिगडा। लेकिन जब किसान को फसल का उचित मूल्य देने की बात आती है तो बाजार का भाव बिगडता दिखाई देता है। इस सरकार ने स्वामीनाथन आयोग को जुमलानाथन में बदल दिया है।
उधर राजनीतिक पर्यवेक्षकों को सुरजेवाला द्वारा इस रैली में मुख्यमंत्री बनने की इच्छा जाहिर करने पर कोई आश्चर्य नहीं है। पर्यवेक्षक लम्बे समय से सुरजेवाला की रैलियों पर नजर रखे हुए है। सिलसिलेवार किसान मतदूर अधिकार रैली और किसान युवा अधिकार रैलियों का आयोजन करते हुए सुरजेवाला यह संदेश दे रहे थे कि वे मुख्यमंत्री पद तक पहुंचने के लिए जमीन तैयार कर रहे है। सुरजेवाला के मुख्यमंत्री पद के लिए खुलकर सामने आने से हरियाणा कांग्रेस में पहले से चली आ रही गुटबाजी और तेज होने के आसार है। दस साल लगातार मुख्यमंत्री पद पर रहे भूपेन्द्र सिंह हुड्डा पहले ही तीसरे कार्यकाल के लिए मुख्यमंत्री पद पर टकटकी लगाए है। हुड्डा इसी इरादे से विधानसभा चुनाव से पहले हरियाणा प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष बनना चाहते है। हुड्डा और सुरजेवाला की नजदीकियां अब दूरियों में बदलने के भी आसार है। कांग्रेस विधायक दल की नेता किरण चैधरी व मौजूदा प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अशोक तंवर जैसे-तैसे अपनी गाडी खींच रहे है।