वाराणसी,15 मई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संसदीय क्षेत्र वाराणसी में एक निर्माणाधीन फ्लाईओवर का हिस्सा गिर गया है। इसके नीचे बस और कई कार में लोगों के दबे होने की आशंका है। सूत्रों के अनुसार इस हादसे में अभी तक 12 लोगों की मौत बता रहे है, लेकिन मृतको की संख्या बढ़ सकती है। इस फ्लाईओवर का निर्माण कैंट रेलवे स्टेशन के पास हो रहा था। इस हादसे पर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दुख जताया है और हर संभव मदद का भरोसा दिया है। सीएम योगी ने ट्वीटर पर कहा कि, वाराणसी में निर्माणाधीन पुल गिरने की घटना पर दुख जताया है और उन्होंने जिला प्रशासन को तेजी से बचाव कार्य करते हुए लोगों की हर संभव मदद करने के निर्देश दिए हैं। योगी आदित्यनाथ ने जानकारी दी है कि उत्तर प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य जल्द ही वाराणसी पहुंच रहे हैं। पुल का हिस्सा टूटकर नीचे जा रहे वाहनों पर जा गिरा, जिसके बाद काफी लोग नीचे दब गए। मौके से आ रही तस्वीरों में टूटे हुए हिस्से के नीचे कई गाड़ियां दबी हुई देखी जा सकती हैं। साथ ही मौके पर मौजूद स्थानीय लोग राहत और बचाव कार्य में जुटे हुए हैं। प्रसाशन और बचाव दल भी घटनास्थल पर पहुंच चुका है।
गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे ने 30 अगस्त, 2014 काशी-क्योटो पैक्ट पर समझौता किया गया है। जिसके तहत दोनों देशों को इन दोनों शहरों के बीच ऐतिहासिक विरासत का संरक्षण, शहरी आधुनिकीकरण और संस्कृति के क्षेत्र में सहयोग करना था।
सूत्रों के अनुसार एनडीआरएफ की 2 टीमों को वाराणसी के लिए रवाना किया है जबकि एक टीम पहले ही घटनास्थल पर पहुंच गई है। लोकसभा चुनाव 2014 में वाराणसी से जीत हासिल करके सरकार बनाने के बाद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने काशी को क्योटो बनाने का वादा किया। इस वादे के तहत पीएम ने वाराणसी को 21वीं सदी के लिए मॉर्डन स्मार्ट सिटी बनाने की कवायद करते हुए शहर को जापान की धार्मिक राजधानी क्योटो की तर्ज पर विकसित करने का खाका तैयार किया।