टोहाना का नागरीक अस्पताल कभी डाक्टरों की कमी के चलते तो कभी सफाई व्यवस्था के मामले में हमेशा सुर्खियों में रहा है बता देें कि वर्षो बीत जाने के बाद भी यहाँ समस्याओं का समाधान नही हो पाया है। चुनावों में सभी पार्टीयों द्वारा अस्पताल की दशा सुधारने के वादे तो किए जाते हैं परंतु समय बीत जाने के बाद कोई आकर इस अस्पातल की सुध नही लेता है। इस अस्पताल में आसपास के गांवों के साथ पास लगते पंजाब से भी सैंकड़ों लोग अपना ईलाज करवानें रोजाना यंहा आते है, लेकिन डाक्टरों की कमी व सुविधाओं के अभाव के चलते उन्हे निराश होकर नीजी अस्पतालों की ओर रुख करना पड़ता है।
इसे टोहाना वासियों का दुर्भाग्य ही कहा जाएगा कि हरियाणा की राजनीती में सदा से ही टोहाना की भागेदारी केबिनेट मंत्रियों की रही है। वर्तमान की बात करे तो भाजपा अध्यक्ष सुभाष बराला भी संयोग से टोहाना के ही है और उन्होंने भी कभी इस अस्पताल की सुध लेने की जहमत नही उठाई। इसके अलावा टोहाना हलके के लोग कई बार स्वास्थ्य मंत्री अनील विज को भी लिखित में गुहार लगा चुके हैं लेकिन वो भी इस अस्पताल की सुध लेने नहीं पहुंचे।