इंद्री में ब्लॉक के सरपंचों ने खंड विकास एवं पंचायत कार्यालय को ताला लगाकर विरोध प्रदर्शन किया। धरना दे रहे सरपंचों ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर पर सरपंचों की मांग पूरी न करने का आरोप लगाते हुए सरकार के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की। सरपंचों ने चेतावनी दी की जब तक उनकी मांगों को पूरा नहीं किया जाएगा तब तक वह यह विरोध जारी रहेगा। सरपंचों ने इस धरने में पंचायत सचिवों के शामिल होने का दवा किया।
सरपंच विनोद कुमार ने कहा की सरकार ने सरपंचों की मांगों को मानने के बजाय उन्हें धरने पर बैठने पर विवश कर दिया सरपंचों में ई टेंडरिंग सहित 10 मांगों को लेकर मुख्यमंत्री से वार्ताकार मांगों पर सहमति बनाने का प्रयास किया था लेकिन मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर सरपंचों के साथ अभद्रता पूर्ण व्यवहार कर सरपंचों को अपमानित करने का काम किया है सरपंच गांव के मुखिया होते हैं और वह गांव के विकास व कुंती के लिए हमेशा प्रयासरत रहते हैं ऐसे में सरपंचों की समस्याओं का समाधान करना सरकार का दायित्व बनता है उन्होंने कहा कि सरकार सरकार ई प्रणाली के तहत पंचायतों का कार्य तो कराना चाहती है लेकिन इस प्रणाली के तहत काम करने के लिए अभी गांव में ना तो पर्याप्त सुविधाएं हैं और ना ही कंप्यूटर चलाने का सरपंच हुआ ग्राम सचिव को ज्ञान है ऐसे में इस व्यवस्था को तत्काल में लागू करना संभव नहीं है इसके इलावा सरपंचों की अन्य मांगों को नजरअंदाज करना सरपंचों का अपमान है जिसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता सरपंचों ने सरकार के समक्ष अपनी समस्याएं रखने का प्रयास किया था लेकिन सरकार सरपंचों की समस्याओं का समाधान करने का प्रयास नहीं कर रही है।