पीएमओ के निर्देश पर हो रही श्रीनयना देवी वन रेंज में अवैध खैर कटान की जांच में एक और बड़ा खुलासा हुआ है। विजिलेंस ने जांच में पाया कि कोट वन खंड में खैर के साढ़े 10 हजार पेड़ काटे गए हैं। इनकी कीमत करीब 20 करोड़ रुपये आंकी जा रही है।
विजिलेंस ब्यूरो इससे पहले सलोआ वन खंड की जांच कर चुका है। अभी तीन और खंडों की जांच बाकी है। विजिलेंस और वन विभाग की संयुक्त टीम ने वीरवार शाम को कोट वन खंड की जांच पूरी कर रिपोर्ट विजिलेंस के बिलासपुर थाने में सौंप दी है।
कई स्थानों से तो वन माफिया पेड़ों की जड़ें भी उखाड़ ले गया है। उधर, डीएसपी विजिलेंस संजीव भाटिया ने कहा कि जांच जारी है। अभी बाहर हूं, रिपोर्ट देखने के बाद ही कुछ कह सकता हूं।
इस मामले में भी अब जल्द दूसरी एफआईआर दर्ज होगी। उक्त वन खंड में 10500 के करीब खैर के पेड़ काटे गए हैं। जांच टीम उक्त बीट में दो मार्च के बाद से जांच में जुटी हुई थी। सूत्रों के अनुसार कोट वन खंड में भारी मात्रा में अवैध कटान हुआ है।