परिवहन मंत्रालय ने ट्रक ड्राइवरों को एक तोहफा दिया है। परिवहन मंत्रालय नें एक अधिसूचना जारी कर जनवरी 2018 से भारत में बनने वाले या भारतीय बाजार में उतरने वाले सभी ट्रकों के केबिन एयर कंडिशंड (वातानुकूलित) रखने के निर्देश दिए हैं। पहली जनवरी 2018 से बनने वाले हर ट्रक के केबिन में एयर कंडिशनर सिस्टम लगाना जरूरी होगा। इन एयर कंडिशंड सिस्टम से केबिन का तापमान AIS-056 मानक के अनुरूप रखा जाएगा। माना जाता है कि ट्रकों के केबिन का तापमान बाहर के तापमान से काफी अधिक होता है। लंबी दूरी के सफर करने वाले ट्रक ड्राइवर्स को इससे न केवल परेशानी होती है बल्कि वह जल्दी थक भी जाते हैं जिससे दुर्घटनाओं की संभावना बढ़ जाती है। सरकार इस बदलाव के जरिए सड़क दुर्घटनाओं को कम करने का प्रयास कर रही है। सरकार के इस फैसले का ट्रक चालकों ने स्वागत किया और अपने कार्य के दौरान आने वाली समस्याओं से पत्रकारों को अवगत करवाया।
जब ट्रक चालकों से बातचीत में बताया की उन्हें सफर के दौरान बहुत मुश्किलों का सामना करना पड़ता है ट्रक चालक ने बताया की जितनी मेहनत करते है उतनी मेहनत नहीं मिलती है ठीक से अपने घर भी नहीं चला पाते है। लम्बे सफर में काफी समस्या आती है क्योंकि माल की डिलिवेरी जल्द देनी पड़ती है तो 24 घंटे ट्रक चलना पड़ता है जिससे थकान होने के कारण नींद आ जाती है जिससे हादसा हो जाता है। ट्रक चालक को कोई सम्मान नहीं देता सभी गालियां देते है। ड्राइवर्स के मांग है कि लम्बे सफर में 2 ड्राइवर होने चाहिए जिससे एक ड्राइवर रेस्ट कर सके।