लोगों को लोन दिलाने के नाम पर उनके दस्तावेज़ लेकर फ़र्ज़ी तरीक़े से एक्टिवॉ लोन लेकर भागने वाले गैंग के पाँच आरोपियों को चंडीगढ़ पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पकडे गए आरोपियों से पुलिस ने 20 एक्टिवा बरामद की हैं। जोकि एक ही जैसे नंबरों की हैं। PB 65 TC 1745, PB65 TC 1752 , PB 65 TC 1750 नंबर वाले यह टू व्हीलर फर्जी रजिस्ट्रेशन द्वारा बेचे गए हैं। चंडीगढ़ के ऑपरेशन सेल ने पांच आरोपियों को 20 नई एक्टिवा के साथ गिरफ्तार किया है।
इस मामले की जानकारी देते हुए SP रवि कुमार ने पत्रकारों को बताया कि टू व्हीलर लोन कंपनी के मैनेजर से सांठगांठ करके लोगों के जाली कागजात पर लोन अप्रूव किए जाते थे और फिर उनके नाम से लोन लेकर डाउन पेमेंट देकर Activa ले ली जाती थी और बाद में उस गाड़ी का पता भी नहीं चलता था। उन्होंने बताया कि मामला हमारे संज्ञान में तब आया जब हमें खबर मिली कि राम दरबार के इलाके में एक ही नंबर के कई वहीकल चल रहे हैं। वह लोग जिनके लोन रिजेक्ट हो जाते थे उन्हीं के डाक्यूमेंट्स को टेंपर करके यह लोग उन्हीं लोगों के लोन अप्रूव कर देते थे। इसमें जीरकपुर के बेदी Suzuki कंपनी के एंप्लॉय और कैपिटल फर्स्ट प्राइवेट लिमिटेड फाइनेंस कंपनी का अधिकारी मिला हुआ था जो यह लोन अप्रूव करता था बाद में यह Activa सस्ते दामों पर ग्राहक ढूंढ कर उसे बेच दिए जाते थे और कागजात के लिए टालमटोल किया जाता था यह सारा काम सितंबर 2017 से चल रहा था। पुलिस ने सुखदेव सिंह, सुरजीत सिंह संजय संदीप और प्रदीप गौतम को चीटिंग के केस में गिरफ्तार कर लिया है और 24 मार्च तक इनकों रिमांड पर ले लिया गया है। पुलिस को पकडे गए आरोपियों के कब्जे से और भी रिकवरी होने की उम्मीद है।